परिवहन विभाग : कमाई से चूके तो गले में निलंबन का हार
परिवहन निगम चालकों और परिचालकों के प्रति सख्त हो गया है। बसों की नियमित आमदनी की समीक्षा की जा रही है। छापेमारी भी की जाएगी और कम आय पर निलंबन भी होगा।
प्रयागराज : घटती आय को बढ़ाने के लिए परिवहन निगम ने ड्राइवर व कंडक्टरों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। इसके लिए हर रूट पर चलने वाली बसों की आय की समीक्षा हो रही है। मानक अनुरूप आय न करने वाली बसों के ड्राइवर-कंडक्टरों को निलंबित भी किया जाएगा। ऐसे कर्मचारियों को फिलहाल एक माह की मोहलत दी गई है। आय बढ़े उसके लिए हर रूट पर चेकिंग तेज होगी, जिसकी जिम्मेदारी एआरएम संभालेंगे।
परिवहन निगम की बसों में आय में अंतर
अलग-अलग रूटों पर चलने वाली परिवहन निगम की बसों में आय में काफी अंतर पाया गया है। इसमें एक रूट पर चलने वाली कुछ बसों की आय अधिक है जबकि कुछ की 30 से 40 प्रतिशत तक कम है। जबकि दोनों के चलने के समय में दो से तीन घंटे का अंतर है। इसके पीछे माना जा रहा है कि ड्राइवर व कंडक्टर यात्रियों को बैठाते नहीं है। अगर बैठाते हैं तो उसकी आय ठीक से नहीं दिखा रहे हैं, जिसके मद्देनजर उनकी जांच करने का निर्णय लिया गया है।
आय न बढ़ा तो ड्राइवर, कंडक्टर होंगे निलंबित : बघेल
परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बघेल का कहना है कि हमने अलग-अलग रूटों पर चलने वाली बसों की आय की समीक्षा की तो उसमें काफी अंतर मिला है। ऐसी बसों के ड्राइवर व कंडक्टरों को आय बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। वह एक माह में आय बढ़ाएं, ऐसा न होने पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। यही नहीं बस जिस डिपो की होगी उसके अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।
इन रूटों पर है ज्यादा अंतर
प्रयागराज से चलने वाली बसों में कुछ रूटों पर ज्यादा अंतर है। इसके तहत लखनऊ, कानपुर, मीरजापुर, जौनपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रतापगढ़ जाने वाली बसों की वसूली में ज्यादा अंतर आ रहा है। इन रूटों में चलने वाली बसों में 30 से 40 प्रतिशत का अंतर है।
अच्छे कार्य पर होंगे पुरस्कृत
कर्मचारियों का हौसला बढ़ाने के लिए परिवहन निगम उन्हें प्रोत्साहित करने की योजना भी बना रहा है। जहां कम आय लाने वालों पर कार्रवाई होगी, वहीं बेहतर वसूली करने वाले ड्राइवर व कंडक्टर पुरस्कृत भी किए जाएंगे। इसके लिए उनकी सूची तैयार की जा रही है।
अवकाश न लेने पर होंगे पुरस्कृत
परिवहन निगम ने होली के दौरान 17 से 24 मार्च तक अवकाश न लेकर काम करने वाले चालकों व परिचालकों को पुरस्कृत करेगा। सात दिन में 21 सौ किलोमीटर की दूरी तय करने पर 21 सौ रुपये मिलेगा। जबकि आठ दिन में 24 सौ किलोमीटर गाड़ी चलाने पर 28 सौ रुपये दिया जाएगा। वहीं 24 सौ किलोमीटर से अधिक गाड़ी चलाने वाले चालक-परिचालकों को इसके अतिरिक्त 55 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से धनराशि दी जाएगी।