प्रयागराज में 27 किमी Elevated Flyover पर दौड़ेंगी ट्रेनें, फिर नहीं लेट होंगी रेल गाड़ियां
दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग देश में सबसे व्यस्त है। नैनी में मुंबई रूट से आने वाली ट्रेनें क्रास करती हैं। इसलिए अक्सर यहां ट्रेनें फंसती हैं और घंटों लेट होती है। मुंबई रूट की ट्रेनों को वाराणसी जाने के लिए प्रयागराज जंक्शन से घूमना पड़ता है
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सब कुछ योजना के अनुरूप रहा तो प्रयागराज-मुंबई और प्रयागराज-हावड़ा रूट पर ट्रेनें आने वाले दिनों में नहीं फंसेंगी। ट्रेनों को नान स्टाप गुजारने के लिए 26.9 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर बनने से यह समस्या खत्म हो जाएगी। संभवत: यह भारत में सबसे लंबा एलिवेटेड रेल फ्लाईओवर होगा। मुंबई रूट की ट्रेनें ऊपर-ऊपर तो हावड़ा रूट की ट्रेनें नीचे-नीचे गुजरेंगी। दोनों रूटों की ट्रेनें एक दूसरे को क्रास नहीं करेंगी। इस प्रोजेक्ट पर करीब 3600 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। इसकी स्वीकृति के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) रेलवे बोर्ड को भेजा गया है।
देश में सबसे व्यस्त है दिल्ली हावड़ा रूट
प्रयागराज से गुजरा दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग देश में सबसे व्यस्त है। नैनी में मुंबई रूट से आने वाली ट्रेनें क्रास करती हैं। इसलिए अक्सर यहां ट्रेनें फंसती हैं और घंटों लेट होती है। मुंबई रूट की ट्रेनों को वाराणसी जाने के लिए प्रयागराज जंक्शन से घूमना पड़ता है, इसमें आधे से एक घंटा समय अधिक लगता है। इसलिए यमुनापार में 26.9 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाने की योजना वर्ष 2016 के रेल बजट में तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने घोषित की थी।
मुंबई रूट पर इरादतगंज से उठेगा फ्लाईओवर
मुंबई रेल रूट पर इरादतगंज से यह फ्लाईओवर शुरू होगा और गंगा नदी को पार कर झूंसी-वाराणसी रेलमार्ग पर कुआंडीह तक पहुंचेगा। मुंबई से वाराणसी की तरफ जाने वाली ट्रेनों को प्रयागराज आने की जरूरत नहीं होगी। वह फ्लाईओवर से ही पार हो जाएंगी। मुख्य फ्लाईओवर पर इरादतगंज से थोड़ा आगे चलकर दाहिनी तरफ 4.5 किलोमीटर का लिंक फ्लाईओवर बनाया जाएगा यह प्रयागराज छिवकी स्टेशन तक आएगा। इस रूट से मुंबई से हावड़ा की तरफ ट्रेनें निकाली जाएंगी। फ्लाईओवर से बांयी तरफ भी 4.5 किलोमीटर का दूसरा लिं क फ्लाईओवर बनाया जाएगा जो नैनी रेलवे स्टेशन तक होगा। इस रूट पर मुंबई से प्रयागराज की तरफ ट्रेनें जाएंगी। इस फ्लाईओवर को बनाने के लिए नैनी में काजीपुर गांव के पास गंगा पर ब्रिज बनाया जाएगा। यह फ्लाईओवर नैनी और झूंसी से होकर गुजरेगा। इसके लिए कुल 118 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करना होगा। मुंबई रूट पर फ्लाईओवर बनने से हावड़ा रूट नान स्टाप हो जाएगा। इस पर 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनें चलाई जा सकेंगी।
नंबर गेम
- 3600 करोड़ रुपये की आएगी लागत
- 4.5 किमी के दो छोटे फ्लाईओवर होंगे लिंक
- 118 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा
- 2016 के रेल बजट में हुई थी घोषणा
'यमुनापार में अक्सर हावड़ा और मुंबई रूट की ट्रेनें फंसती हैैं। एलिवेटेड फ्लाईओवर इस समस्या का स्थायी समाधान होगा। डीआरआर पर रेलवे बोर्ड की स्वीकृति मिलने के बाद अगली प्रक्रिया शुरू होगी।
- डा. शिवम शर्मा, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे -प्रयागराज