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'सचिन' और 'विराट' को तराशने में जुटे हैं क्रिकेट को समर्पित द्रोणाचार्य Prayagraj News

शफीक इन दिनों खिलाडि़यों के लिए द्रोणाचार्य बन गए हैं। उनसे प्रशिक्षण प्राप्‍त कर खिलाड़ी मुकाम हासिल कर चुके हैं। देवेंद्र और तनवीर जूनियर इंडिया टीम जगह बनाई थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 09 Oct 2019 01:57 PM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 04:08 PM (IST)
'सचिन' और 'विराट' को तराशने में जुटे हैं क्रिकेट को समर्पित द्रोणाचार्य Prayagraj News
'सचिन' और 'विराट' को तराशने में जुटे हैं क्रिकेट को समर्पित द्रोणाचार्य Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली जैसे क्रिकेटर बनाने के लिए द्रोणाचार्य बने डॉ. शफीक खिलाडिय़ों को तराश रहे हैं। इनसे ट्रेङ्क्षनग लेने वाले देवेंद्र ङ्क्षसह, तनवीर अख्तर जहां जूनियर टीम इंडिया में स्थान बनाने में कामयाब हुए थे, वहीं कई खिलाड़ी रणजी ट्राफी में जिले का नाम रोशन कर चुके हैं।

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एलआइसी की नौकरी छोड़ डॉ. शफीक ने संभाली क्रिकेट की बागडोर

शहर के दहिलामऊ मोहल्ला निवासी डॉ. शफीक और क्रिकेट एक दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। बचपन से ही उनकी क्रिकेट में बहुत रुचि थी। पहले वह खुद क्रिकेट खेलते थे। वर्ष 1984 में उन्हें जुनून सवार हुआ कि जो बच्चे गलियों में क्रिकेट खेल रहे हैं क्यों न उन्हें तराश कर जिले से लेकर प्रदेश की टीम तक पहुंचाएं। उन्होंने एलआइसी के अभिकर्ता का काम छोड़ दिया और क्रिकेट को पूरी तरह आत्मसात कर लिया। शुरुआत में दो साल उन्होंने ट्रेङ्क्षनग देने के लिए पुलिस लाइन मैदान को चुना। वर्ष 1987 में स्टेडियम बनकर तैयार हुआ तो वहां बच्चों को ट्रेनिंग देने लगे।

इनके प्रशिक्षण से कई खिलाडिय़ों को मिला है मुकाम

जिन खिलाडिय़ों में क्रिकेट के प्रति लगन थी, वह सुबह शाम तीन से चार घंटे तक डॉ. शफीक के मार्गदर्शन में पसीना बहाने लगे। डॉ. शफीक और खिलाडिय़ों की मेहनत वर्ष 1995 में तब रंग लाई, जब आलराउंडर खिलाड़ी तनवीर अख्तर ने अंडर 19 टीम इंडिया से वेस्टइंडीज में मैच खेला। डॉ. शफीक की नर्सरी से एक के बाद एक पौध तैयार होने लगी। वर्ष 1997 में स्पिन गेंदबाज आदित्य शुक्ला व वर्ष 2000 में धनंजय सिंह, कुमार गौरव, सुनील शुक्ला त्रिपुरा और अंबा प्रसाद, दीपक यादव ने यूपी टीम से रणजी ट्राफी में अपनी प्रतिभा का  प्रदर्शन किया। विशाल शुक्ला ने अंडर 14 यूपी टीम से प्रतिभाग किया। आलराउंडर देवेंद्र सिंह ने वर्ष 2001 में अंडर 19 टीम इंडिया से बांग्लादेश में एशिया कप खेला। डॉ. शफीक अभी भी नई पौध तैयार करने में जुटे हैं। वह पुलिस लाइन मैदान में सुबह शाम खिलाडिय़ों को कोङ्क्षचग देतेे हैं। अपने शागिर्दों को यूपी और टीम इंडिया का हिस्सा देख उन्हें बहुत सकून मिलता है।


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