देश भर के 500 पर्यटक सनातनी गौरव की अनुभूति करने प्रयागराज आज आएंगे, भारत गौरव ट्रेन से कर रहे भ्रमण
आध्यात्मिक पर्यटक को बढ़ावा देने के लिए रेल मंत्रालय ने भारत गौरव पर्यटक ट्रेन की शुरूआत की है। यह ट्रेन 18 दिनों की यात्रा में श्रीराम के जीवन से जुड़े विभिन्न स्थलों से गुजरेगी। देश भर के पर्यटक इस ट्रेन से वाराणसी पहुंचे हैं। वहां से आज प्रयागराज आएंगे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। श्रीरामायण यात्रा भारत गौरव पर्यटक ट्रेन से तीर्थांटन पर निकले देश के विभिन्न राज्यों के 500 यात्री आज यानी रविवार शाम प्रयागराज पहुंचेंगे। ये पर्यटक वाराणसी से 11 बसों से यहां आएंगे। रात्रि भोजन के बाद यहां विश्राम करेंगे। शहर के 13 अलग-अलग होटलों में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है। पर्यटक भारत गौरव पर्यटक ट्रेन से इन दिनों यात्रा पर हैं।
आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने को रेल मंत्रालय की ट्रेन : आध्यात्मिक पर्यटक को बढ़ावा देने के लिए रेल मंत्रालय ने भारत गौरव पर्यटक ट्रेन की शुरूआत की है। यह ट्रेन 18 दिनों की यात्रा में भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े देश के विभिन्न स्थलों से गुजरेगी। रविवार शाम संगम नगरी में पहुंचने पर डीएम संजय कुमार खत्री इन यात्रियों का स्वागत करेंगे। कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्त नंदी तथा महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी इन यात्रियों को अरैल स्थित त्रिवेणी पुष्प परिसर में रात्रि भोज कराएंगे।
कल सुबह संगम स्नान व लेटे हनुमान का करेंगे दर्शन-पूजन : सोमवार सुबह सभी यात्री गंगा, यमुना के पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाएंगे। वहां तीर्थपुरोहित इन यात्रियों को शुभ मुहूर्त में स्नान और दान के साथ मंत्रोच्चार के साथ पूजा-पाठ भी कराएंगे। इसके बाद किला स्थित पवित्र अक्षयवट, बांध स्थित लेटे हनुमान मंदिर व शंकर विमान मंडपम में दर्शन पूजन करेंगे। यहां से वे भरद्वाज आश्रम जाएंगे, जहां पहले कुलाधिपति भरद्वाज मुनि के आश्रम में सनातन संस्कृति और विरासत को देखेंगे। इसके बाद श्रृंगवेरपुर जाएंगे। श्रृंगवेरपुर मेें ही भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता को निषाद राज गुह ने गंगा पार कराया था। शाम को सभी यात्री चित्रकूट के लिए रवाना होंगे।
दिल्ली से 21 जून को शुरू हुई थी यात्रा : ट्रेन वाराणसी में ही खड़ी है, जो इन यात्रियों को बुधवार को मानिकपुर में मिलेगी और वहां से लेकर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र की ओर रवाना होगी। ये यात्री 21 जून को दिल्ली से चले थे। अयोध्या, जनकपुरी, सीतामढ़ी, बक्सर और वाराणसी होते हुए सभी संगम नगरी आएंगे। नासिक, रामेश्वरम, कांचिपुरम, भद्राचलम होते हुए ट्रेन वापस दिल्ली पहुंचेगी। यहां यात्रा समाप्त होगी।