प्रयागराज, जेएनएन। लंबी खींचतान, आरोप-प्रत्यारोप के बीच माघ मेला प्रशासन ने ज्योतिष पीठ की जमीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को दिया है। स्वामी स्वरूपानंद को ज्योतिष के साथ द्वारिका पीठ की जमीन भी मिली है। इसके चलते विवाद पुन: गरमा गया है। वहीं, प्रतापगढ़ जनपद के नगर कोतवाली क्षेत्र के गोडे गांव निवासी सुधाकर सिंह पुत्र (44) स्व. समर बहादुर सिंह आर्मी में सूबेदार के पद पर तैनात थे। इन दिनों उनकी ड्यूटी असम में भारत-चीन सीमा पर थी। दिल का दौरा पड़ने से उनके निधन की खबर घर पहुंची तो मातम छा गया है। जबकि, धर्म-अध्यात्म, शिक्षा व विधिवेत्ताओं के लिए ख्यात संगमनगरी को तकनीक के वैश्विक मानचित्र से जोडऩे का श्रेय पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी को जाता है। उन्होंने 1991 में झूंसी में भू-चुम्बकत्व केंद्र की आधारशिला रखवाई। फिर वर्ष 1999 में ट्रिपलआइटी की स्थापना करा शहर को बड़े फलक पर स्थापित कराया।
प्रयागराज माघ मेला में स्वामी स्वरूपानंद को ज्योतिष पीठ की जमीन मिलने पर विवाद बढ़ा, स्वामी वासुदेवानंद पक्ष नाराज
लंबी खींचतान, आरोप-प्रत्यारोप के बीच माघ मेला प्रशासन ने ज्योतिष पीठ की जमीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को दिया है। स्वामी स्वरूपानंद को ज्योतिष के साथ द्वारिका पीठ की जमीन भी मिली है। इसके चलते विवाद पुन: गरमा गया है। ज्योतिष पीठ की जमीन पर दावा करने वाले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती का पक्ष प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध कर रहा है। वे इसे कोर्ट के आदेश की अवहेलना बताते हुए भूमि आवंटन नए सिरे से करने की मांग कर रहे हैं। वहीं, स्वामी स्वरूपानंद के पक्ष ने प्रशासन की कार्रवाई को नियमानुसार बताया है।
प्रतापगढ़ के फौजी का चीन सीमा पर निधन, खबर सोमवार सुबह घर आई तो छा गया मातम
प्रतापगढ़ जनपद के नगर कोतवाली क्षेत्र के गोडे गांव निवासी सुधाकर सिंह पुत्र (44) स्व. समर बहादुर सिंह आर्मी में सूबेदार के पद पर तैनात थे। इन दिनों उनकी ड्यूटी असम में भारत-चीन सीमा पर थी। दिल का दौरा पड़ने से उनके निधन की खबर घर पहुंची तो मातम छा गया है।सोमवार भोर में उनकी हार्ट अटैक से मौत की सूचना उनका बेटे उद्देश्य प्रताप सिंह ने दी। खबर फैली तो घर पर गांव वालों के साथ ही रिश्तेदारों और करीबियोंं का मजमा लग गया। सब फौजी जवान की आकस्मिक मौत से गम में डूबे थे। परिवार के लोगों ने बताया कि सुधाकर के दो बेटे तथा एक बेटी है।
Doctor Murali Manohar Joshi Birthday: तकनीक के वैश्विक मानचित्र पर संगमनगरी डॉ. मुरली मनोहर जोशी की ही देन है
धर्म-अध्यात्म, शिक्षा व विधिवेत्ताओं के लिए ख्यात संगमनगरी को तकनीक के वैश्विक मानचित्र से जोडऩे का श्रेय पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी को जाता है। उन्होंने 1991 में झूंसी में भू-चुम्बकत्व केंद्र की आधारशिला रखवाई। फिर वर्ष 1999 में ट्रिपलआइटी की स्थापना करा शहर को बड़े फलक पर स्थापित कराया। तमाम लोगों के लिए यह जानकारी नई हो सकती है कि ट्रिपलआइटी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के संसदीय क्षेत्र लखनऊ के लिए स्वीकृत हुआ था, लेकिन डा. जोशी ने आग्रह किया तो वाजपेयी ने इसे प्रयागराज स्थानांतरित करने की अनुमति दे दी।
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