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Top Prayagraj News of the day, 21 November 2019 : प्रयागराज से फरार हुआ था 50 हजार का इनामी बदमाश बंटी

2008 में कचहरी में पेशी के दौरान बंटी भाग निकला था। तब से पुलिस उसकी तलाश में लगी थी। उस पर 50 हजार का इनाम था। मुट्टीगंज में भी पुलिस कर्मियों पर हमला किया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 06:23 PM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 06:23 PM (IST)
Top Prayagraj News of the day, 21 November 2019 : प्रयागराज से फरार हुआ था 50 हजार का इनामी बदमाश बंटी
Top Prayagraj News of the day, 21 November 2019 : प्रयागराज से फरार हुआ था 50 हजार का इनामी बदमाश बंटी

प्रयागराज, जेएनएन। गौतमबुद्ध नगर में एसटीएफ द्वारा पकड़ा गया बंटी उर्फ मेहरगानी ने प्रयागराज में अपराध करने के बाद पेशी के दौरान फरार हुआ था। वहीं नीलगाय से टकराकर जौनपुर के मछली शहर निवासी सैफ की मौत हाे गई। इसी क्रम में मच्‍छरों से फैलने वाली फाइलेरिया बीमारी को रोकने के लिए शासन ने पहल की है। फाइलेरिया अभियान 25 नवंबर से शुरू होकर 10 दिसंबर तक चलेगा।

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प्रयागराज से फरार हुआ था 50 हजार का इनामी बदमाश बंटी

बंटी उर्फ मेहरगानी को गौतमबुद्ध नगर में एसटीएफ ने मुठभेड में गिरफ्तार कर लिया है। हमीरपुर जिले के राठ का रहने वाला बंटी उर्फ मेहरगनी मुट्ठीगंज में किराए पर कमरा लेकर रहता था। 11 साल पहले वह कचहरी में पेशी के दौरान पुलिस कर्मियों को धक्का देकर भाग निकला था। मुट्टीगंज में भी पुलिस कर्मियों पर हमला किया था। बच्चे की हत्या और पुलिस पर हमले के आरोप में वह जेल में बंद था। 2008 में कचहरी में पेशी के दौरान भाग निकला था। तब से पुलिस उसकी तलाश में लगी थी। उस पर 50 हजार का इनाम था।

नीलगाय से टकराकर बाइक सवार की मौत

जौनपुर जनपद के मछली शहर निवासी सैफ खान 28 किसी काम से गुरुवार की सुबह बाइक से प्रयागराज जा रहा था। गुरुवार की सुबह वह मछली शहर से हनुमानगंज स्थित अपने ससुराल बाइक से जा रहा था। सुबह करीब छह बजे वह सरायइनायत के सैदूपुर गांव के निकट पहुंचा। इसी बीच मार्ग पर अचानक नीलगाय आ गई। नीलगाय की टक्कर से बाइक असंतुलित होकर गिर गई। इससे सैफ लहूलुहान होकर गिर गया। कुछ देर बात राहगीरों और सुबह नित्‍य क्रिया को निकले ग्रामीणों ने युवक को प़ड़े देखा तो तत्‍काल पुलिस को सूचना दी।

मच्छर जनित फाइलेरिया के लक्षण 10-15 वर्ष बाद सामने आते हैं

राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वीपी सिंह के मुताबिक, प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सर्वे के दौरान पाया गया है कि नौ से 21 फीसद स्वस्थ व्यक्तियों में फाइलेरिया के कीटाणु माइक्रो फाइलेरिया पाए गए हैं। ऐसे लोग 10 से 15 वर्ष बाद फाइलेरिया से ग्रसित हो सकते हैं, जिसका कोई इलाज नहीं है। यह बीमारी मच्छर के काटने से होती है और इसके लक्षण 10 से 15 वर्ष बाद सामने आते हैं। फाइलेरिया अभियान में इस बार लंबाई और उम्र के आधार पर दवा खिलाई जाएगी। यह अभियान 25 नवंबर से शुरू होकर 10 दिसंबर तक चलेगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम इसके लिए घर-घर जाएगी और परिवार के प्रत्येक सदस्य को दवा खिलाएगी।


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