Tokyo 2020 Paralympic: अपने दोस्त सुमित की सफलता से भावुक हुए प्रतापगढ़ के एसपी सतपाल
पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने सुमित और अपने बचपन की यादें साझा की। यही नहीं अपने दोस्त की सफलता पर पुलिस कर्मियों का मुंह भी मीठा कराया। दैनिक जागरण से बातचीत में एसपी ने बताया कि सुमित उनके गांव का ही है। उसका बचपन से खेल के प्रति लगाव था।
दिनेश सिंह, प्रतापगढ़। टोक्यो पैरालिंपिक में अपने गांव के सुमित अंतिल के भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल करने पर प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल भावुक हो उठे। हरियाणा के सोनीपत जिले के राई तहसील के खेवड़ा गांव के रहने वाले सुमित अंतिल ने टोक्यो में आयोजित पैरालिंपिक में 68.55 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक हासिल किया तो खेल प्रशंसकों और उनके गांव परिवार के लोगों के साथ ही खास मित्र भी झूम उठे जिसमें प्रतापगढ़ के एसपी भी शामिल हैं।
दोस्त की सफलता पर कराया मुंह मीठा
पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने सुमित और अपने बचपन की यादें साझा की। यही नहीं, अपने दोस्त की सफलता पर पुलिस कर्मियों का मुंह भी मीठा कराया। दैनिक जागरण से बातचीत में एसपी ने बताया कि सुमित उनके गांव का ही है। उसका बचपन से ही खेल के प्रति लगाव था। वह पहले पहलवान बनना चाहता था। जनवरी 2015 में ट्रैक्टर से कुचलने से एक पैर खराब हो गया। इसके बाद भी उसका जज्बा कम नहीं हुआ। फिर उसने भाला फेंक में प्रैक्टिस शुरू की। उसने लगन के साथ मेहनत की। आज सुमित ने स्वर्ण पदक हासिल करके खेवड़ा गांव के साथ ही पूरे देश का नाम रोशन कर दिया। दोस्त होने के नाते उन्हें भी सुमित पर गर्व है।
राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में संगमनगरी को 26 पदक
37 वीं राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता फरीदाबाद (दिल्ली) स्थित होटल रेडिसन ब्लू में 27 और 28 अगस्त को हुई। इसमें इंडियन सितोरियो कराटे स्कूल के 15 खिलाड़यिों ने यूपी की टीम से खेलते हुए चार स्वर्ण, पांच रजत एवं 17 कांस्य पदक हासिल किए हैं। कराटे स्कूल के तकनीकी निदेशक सेंसेई शरदनाथ के मुताबिक संतृप्त अरुण ने एक स्वर्ण पदक, एक रजत, अमन्य सिंह एक स्वर्ण, एक कांस्य, अभिषेक वर्मा एक स्वर्ण, एक कांस्य, रुबि यादव एक स्वर्ण, साक्षी वर्मा एक रजत, एक कांस्य, दीक्षा वर्मा एक रजत, एक कांस्य, अंजलीना कुमारी एक रजत, एक कांस्य, राजेंद्र सिंह एक रजत, एक कांस्य, मो. अनस एक रजत, प्रिया सिंह, संजना यादव, अंशुमान सिंह और सुधांस साहू दो-दो कांस्य पदक, भाविन और विमल रंजन एक-एक कांस्य पद प्राप्त किए।