प्रतापगढ़ के पैतृक गांव लाया गया जवान का पार्थिव शरीर, नम आंखों से दी गई अंतिम श्रद्धांजलि
प्रतापगढ़ जनपद के कुंडा कोतवाली के आधार का पुरवा कनावा निवासी रविशंकर सिंह पुत्र हरि कृष्ण बहादुर सिंह बंगाली इंजीनियरिंग रेजीमेंट जोशीमठ उत्तराखंड में नायक के पद पर तैनात थे।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तराखंड के जोशी मठ में तैनात नायक का बीमारी से विगत दिनों निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर प्रतापगढ़ के कुंडा स्थित आधार का पुरवा कनावा गांव सम्मान के साथ लाया गया। उनके साथ आए जवानों के साथ ही काफी संख्या में स्थानीय लोगों ने भी उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार प्रयागराज में श्रृंगवेरपुर घाट पर होगा।
बीमारी से जवान की इहलीला समाप्त हुई
प्रतापगढ़ जनपद के कुंडा कोतवाली के आधार का पुरवा कनावा निवासी रविशंकर सिंह पुत्र हरि कृष्ण बहादुर सिंह बंगाली इंजीनियरिंग रेजीमेंट जोशीमठ उत्तराखंड में नायक के पद पर तैनात थे। उनकी एक सितंबर को तबीयत खराब हुई तो उपचार के लिए बाय एयर एंबुलेंस से देहरादून ले जाया गया। वहां बुधवार की शाम उनका निधन हो गया। खबर सुनते ही कुंडा के इस गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
ससम्मान गांव लाया गया रविशंकर सिंह का पार्थिव शरीर
शुक्रवार को देहरादून से एंबुलेंस से सूबेदार पन्नालाल की अगुवाई में रविशंकर सिंह का पार्थिव शरीर सम्मान कुंडा के आधार का पुरवा कनांवा लाया गया। इस दौरान सैकड़ों लोगों की भीड़ मौजूद रही। सैनिक का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही भारत माता की जय, वंदे मातरम के उद्घोष शुरू हो गए। वहीं जवान के परिवार के लोगों के साथ गांवाले गमगीन हो उठे। रविशंकर की मां, पत्नी, बहन समेत परिवार के लोगों की आंखें झलक पड़ी। ग्रामीणों ने जवान को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
प्रयागराज फोर्ट से आए जवान पार्थिव शरीर लेकर श्रृंगवेरपुर घाट गए
करीब आधे घंटे तक श्रद्धांजलि दिए जाने के बाद जवान का पार्थिव शरीर प्रयागराज फोर्ट से आए आर्मी वर्कशॉप के सूबेदार मसरूर जमाल जवानों के साथ रविशंक सिंह के पार्थिव शरीर को लेकर सेना के वाहन से ले गए। बताया गया कि उनका अंतिम संस्कार ऋंगवेरपुर घाट पर किया जाएगा।
अंतिम संस्कार के दौरान प्रतापगढ़ के अधिकारी भी रहे मौजूद
जवान के साथ आए 118 फील्ड यूनिट के इंजीनियर पन्नालाल ने बताया कि जवान का निधन बीमारी से हुआ है। उनका शव लेकर वे लोग गांव आए हैं। जवान को शहीद का दर्जा दिए जाने की बाबत पूछने पर उन्होंने कुछ बोलने से इनकार कर दिया। इस अवसर पर प्रतापगढ़ प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।