पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का पैसा भी इनवेस्ट कराता था ठग योगेश तिवारी, अफसरों के नाम पर देता था धमकी
अभियुक्त के गिरफ्त में आने के बाद भी पुलिस उसके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। झूंसी थाना क्षेत्र के आवास विकास कॉलोनी निवासी योगेश तिवारी पर झूंसी समेत कई थाने में प्रापर्टी के नाम पर धोखाधड़ी करने चेक बाउंस समेत अन्य मामले दर्ज हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले आरोपित योगेश तिवारी से पूछताछ में पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पता चला है कि वह पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का पैसा भी इनवेस्ट कराता था। इस कारण उसकी ब्यूरोकेसी में जबरदस्त पकड़ भी है। यह तथ्य भी सामने आया है कि अभियुक्त लखनऊ और प्रयागराज के तमाम अधिकारियों के नाम पर धोखाधड़ी के शिकार लोगों को धमकी देता था। साथ ही कुछ मामलों में वह चेक के जरिए पैसा वापस करता था, जो बाद में बाउंस हो जाता था। गले में सोने की मोटी चेन और हाथ में लाखों रुपये घड़ी पहनने वाले इस शातिर की चाल को हर शख्स आसानी से नहीं समझ पाता था।
धोखाधड़ी के कई मामले हैं दर्ज
हालांकि अभियुक्त के गिरफ्त में आने के बाद भी पुलिस उसके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। झूंसी थाना क्षेत्र के आवास विकास कॉलोनी निवासी योगेश तिवारी पर झूंसी समेत कई थाने में प्रापर्टी के नाम पर धोखाधड़ी करने, चेक बाउंस समेत अन्य मामले दर्ज हैं। इफको से रिटायर अधिकारी प्रभाष चंद्र गुप्ता ने उसके खिलाफ केस दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस को जांच में तमाम लोगों से धोखाधड़ी करने की बात सामने आई थी। चार दिन पहले क्राइम ब्रांच और झूंसी पुलिस ने कुख्यात योगेश को दबोच लिया था।
क्राइम ब्रांच कर रही है मामले की जांच
इसके बाद उससे लगातार पूछताछ होती रही, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं दिखाई गई है। कहा जा रहा है कि झूंसी में दर्ज मुकदमे की विवेचना क्राइम ब्रांच के एक इंस्पेक्टर कर रहे हैं, जो इस वक्त शहर से बाहर हैं। लिहाजा आरोपित के विरुद्ध जितनी तेजी से कार्रवाई होनी चाहिए थी, वह नहीं हो सकी है। यह हाल तब है जब हाईकोर्ट ने योगेश की अग्रिम जमानत को खारिज किया था। फिलहाल एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा का कहना है कि अभियुक्त को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
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क्रद्गश्चशह्म्ह्लद्गह्म् ष्ठद्गह्लड्डद्बद्यह्य :
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