कौशांबी में भूमि कब्जे के विवाद में दो पक्षों में चले ईंट-पत्थर व हवाई फायरिंग, तीन लोग जख्मी
आरोप है कि एक पक्ष के लोग जो दूसरे पक्ष के घर पर चढ़ आए थे उन्होंने फायरिंग की। इससे दूसरे पक्ष के लोग भी जुट गए। दोनों ओर से मारपीट व ईंट-पत्थर चलने लगे। इस दौरान दोनों तरफ से तीन लोग जख्मी हो गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। कौशांबी जनपद के सैनी कोतवाली इलाके में रविवार की रात में दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इस दौरान ईंट-पत्थर चले और हवाई फायरिंग की गई। इस बवाल में तीन लोग घायल हो गए। मामला भूमि पर कब्जे को लेकर था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल बवाल करने वाले अन्य आरोपित फरार हैं, उनकी पुलिस तलाश कर रही है।
स्कूल की भूमि पर कब्जे का मामला
सैनी कोतवाली क्षेत्र के रामपुर धमावां गांव के मजरा सरैया में स्कूल की भूमि पर कब्जे को लेकर दो पक्षाें में विवाद चल रहा है। सरैया गांव के प्राथमिक विद्यालय के सामने पडी भूमि पर गांव के एक पक्ष के लोग जबरन कब्जा कर रहे थे। इस पर दूसरे पक्ष ने इसका विरोध किया और मामले की शिकायत फोन कर लेखपाल को दी। इससे खफा प्रदीप सिंह रविवार की रात में आधा दर्जन लोगों के साथ असलहों से लैश होकर दूसरे पक्ष के घर पर धावा बोल दिया।
मारपीट में ये लोग हुए जख्मी
आरोप है कि एक पक्ष के लोग जो दूसरे पक्ष के घर पर चढ़ आए थे, उन्होंने फायरिंग की। इससे दूसरे पक्ष के लोग भी जुट गए। दोनों ओर से मारपीट व ईंट-पत्थर चलने लगे। इससे विनीत की मां अनीता त्रिपाठी व दादा कृपा दत्त के साथ दूसरे पक्ष के अवधेश सिंह की पत्नी विनीता जख्मी हो गई। मामले की सूचना पुलिस को दी गई जिसके बाद पहुंची सिराथू चौकी पुलिस ने घायलों को जिला चिकित्सालय मंझनपुर में भर्ती कराया और मामले की तहरीर लेकर जांच शुरु कर दी है।
रास्ते के विवाद में पुलिस ने दलित की पिटाई की
कौशांबी जिले में करारी थाने के अर्कामहाबीरपुर चौकी में नवागत चौकी प्रभारी की मनमानी से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। आरोप है कि रास्ते संबंधी विवाद में चौकी प्रभारी ने उसे और उसके बेटे की पिटाई की। भुक्तभोगी ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से कर न्याय की गुहार लगाई है। अर्का महावीरपुर निवासी लवलेश पुत्र जगन्नाथ और शंकर लाल पुत्र विश्वनाथ का आम रास्ते मे नींव खोदने का विवाद लगभग 1 महीने से चल रहा है। लवलेश विवादित स्थल पर नींव खोद रहा था। इसका शंकर लाल ने विरोध किया। आरोप है कि यह बात आरोपी पक्ष को नागवार गुजरी और जतिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए दौडा लिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद होने लगा, जिसकी सूचना किसी ने अर्का चौकी प्रभारी को दी।
समझौता पत्र पर जबरन हस्ताक्षर का आरोप
शंकर लाल का आरोप है कि मौके पर पहुंचे अर्का चौकी प्रभारी दीपक मिश्रा और उनके हमराही उसे और उसके पुत्र समेत आधा दर्जन लोगों को चौकी उठा ले गए। आरोप लगाया कि उसके पुत्र शिवचरण को जतिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए पिटाई की। इसके बाद थाने लेकर जबरन समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करवाने के बाद छोड़ा।