Move to Jagran APP

जमीन पर दिखेगी हवा की शुद्धता मापने की तैयारी, स्थापित हो रहे तीन एयर क्वालिटी इंडेक्स स्टेशन Prayagraj news

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप विश्वकर्मा ने बताया कि इसके लिए जगह भी चिह्नित की जा रही है। अभी तक एक भी एयर क्वालिटी इंडेक्स नहीं होने से वायु गुणवत्ता मापने में दिक्कत होती थी। बता दें कि शहर में तीन स्टेशन बनाए जाने हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 07:00 AM (IST)
जमीन पर दिखेगी हवा की शुद्धता मापने की तैयारी, स्थापित हो रहे तीन एयर क्वालिटी इंडेक्स स्टेशन Prayagraj news
एयर क्वालिटी इंडेक्स बताता है कि हवा में किन गैसों की कितनी मात्रा घुली हुई है।

प्रयागराज, जेएनएन। दिल्ली से लेकर प्रयागराज तक प्रदूषण का मसला अक्सर सुर्खियों में रहता है। हाल ही में पुआल जलाने का मामला गर्माया रहा है। शहर की प्राण वायु कितनी शुद्ध है? अब लोगों को जानना आसान होगा। शहर में वायु की गुणवत्ता मापने के लिए तीन एयर क्वालिटी इंडेक्स स्टेशनों की स्थापना की जाएगी।

loksabha election banner

प्रतिदिन का एयर क्वालिटी इंडेक्स  मापना आसान होगा

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप विश्वकर्मा ने बताया कि इसके लिए जगह भी चिह्नित की जा रही है। अभी तक एक भी एयर क्वालिटी इंडेक्स नहीं होने से वायु गुणवत्ता मापने में दिक्कत होती थी। बता दें कि शहर में तीन स्टेशन बनाए जाने हैं। 2021 तक तीनों स्टेशन बनकर तैयार हो जाएंगे। इसकी स्थापना के बाद प्रतिदिन का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) मापना आसान होगा। यह ऑनलाइन भी शो करता रहेगा।

शहर में पांच जगहों पर लगे उपकरण

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रयागराज की ओर से शहर में पांच जगहों पर वायु गुणवत्ता मापने के लिए उपकरण लगाए गए हैं। इनमें अलोपीबाग, रामबाग, जानसेनगंज चौराहा, अशोक नगर और लक्ष्मी टॉकिज चौराहा शामिल हैं। 

प्रयागराज की हवा 'खराब

एयर क्वालिटी इंडेक्स बताता है कि हवा में किन गैसों की कितनी मात्रा घुली हुई है। हवा की गुणवत्ता के आधार पर इंडेक्स में छह श्रेणियां बनाई हैं। इसमें अच्छी, संतोषजनक, थोड़ा प्रदूषित, खराब, बहुत खराब और गंभीर श्रेणी शामिल हैं। प्रयागराज की हवा नवंबर-दिसंबर में अक्सर खराब रहती है। 

अब लोगों को मिलेगी राहत

वायु की गुणवत्ता कितनी शुद्ध है। अब लोग आसानी से जान सकेंगे। इसकी ऑनलाइन रीयल टाइम मॉनीटरिंग की जाएगी। खास बात यह होगी कि जिस भी क्षेत्र का एक्यूआइ अधिक होगा वहां तुरंत नियंत्रण पाने के प्रयास किए जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.