International Nurses Day 2021: ये हैं सिस्टर शालिनी हेंसी, जिनसे डाक्टर भी लेते हैं बेहिचक सलाह
स्टाफ नर्स शालिनी हेंसी अक्सर जूनियर डाक्टरों को भी गाइड कर किसी मरीज की जान बचाने में बड़ी सहायक बन जाती हैं। गोरखपुर की रहने वाली शालिनी हेंसी का विवाह प्रयागराज में कचहरी के पास हुआ। 1999 में उन्हें कमला नेहरू मेमोरियल ट्रस्ट अस्पताल में स्टाफ नर्स की नौकरी मिली।
प्रयागराज, जेएनएन। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में कोविड ड्यूटी कर रहीं 55 वर्षीय स्टाफ नर्स शालिनी हेंसी अक्सर जूनियर डाक्टरों को भी गाइड कर किसी मरीज की जान बचाने में बड़ी सहायक बन जाती हैं। गोरखपुर की रहने वाली शालिनी हेंसी का विवाह प्रयागराज में कचहरी के पास हुआ। 1999 में उन्हें कमला नेहरू मेमोरियल ट्रस्ट अस्पताल में स्टाफ नर्स की नौकरी मिली। 2009 तक वहां रहीं शालिनी का तबादला स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में हो गया। तब से एसआरएन में ही चिकित्सा कार्य में डाक्टरों की सहायक हैं।
पांच साल पहले की वह रात है याद
शालिनी को पांच साल पहले की वह रात याद है जब एक महिला मरीज को उसके परिजन लेकर कार्डियोलॉजी विभाग में पहुंचे थे। मरीज पसीना-पसीना थी। ड्यूटी पर तैनात जूनियर डाक्टर को सूझ नहीं रहा था कि महिला की हालत इतनी बिगड़ी है उसका इलाज कैसे और क्या करें। तभी अचानक शालिनी ने डाक्टर से कहा कि मरीज का सुगर लेवल चेक कर लेें। डाक्टर ने वही किया तो पता चला कि सुगर लेवेल इतना गिरा है कि मरीज की जान बचना मुश्किल है। फौरन ही उसे डी-25 100 एमएल की दो बोतल मेडिसिन दी गई। थोड़ी ही देर में महिला चैतन्य हुई तो उसका इलाज शुरू हुआ।शालिनी कहती हैं कि डाक्टरों के साथ मरीज के पास चिकित्सा कार्य करते-करते आधी से ज्यादा नौकरी बीत गई है।