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भारतीय संस्कृति में कट्टरता के लिए कोई स्थान नहीं Prayagraj News

भाजपा के प्रदेश चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. एलएस ओझा ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस समय यूरोप में इस्लामिक आतंकवाद तेजी से फैल रहा है। जब कि भारत ने पूर्व में ही पूरी दुनिया को इसे लेकर सचेत किया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 05 Nov 2020 11:20 AM (IST)Updated: Thu, 05 Nov 2020 11:20 AM (IST)
भारतीय संस्कृति में कट्टरता के लिए कोई स्थान नहीं Prayagraj News
धार्मिक कट्टरता व राष्ट्र के साथ बगावत को मंजूर नहीं किया जा सकता है।

प्रयागराज,जेएनएन। भारतीय संस्कृति में कट्टरता के लिए कोई स्थान नहीं है। हम सब तो सर्व धर्म समभाव की विचारधारा के साथ आगे बढ़ते हैं। हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। यह विचार भाजपा के प्रदेश चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. एलएस ओझा ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस समय यूरोप में इस्लामिक आतंकवाद तेजी से फैल रहा है। जब कि भारत ने पूर्व में ही पूरी दुनिया को इसे लेकर सचेत किया था। भारतीय विचारधारा की अनदेखी का नजीता है कि फ्रांस, अस्ट्रिया में वारदात हो रही है। अब भी वक्त है दुनिया के लोग संभल जाएं। यही समय है जब पूरी दुनिया को एक होकर इस्लामिक आतंकवाद से लडऩा चाहिए।

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अलगाव वादी सोच घातक

भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि भारतीय समाज शुरू से समरस रहा है। यहां अलगाववाद के लिए कोई जगह नहीं है। फ्रांस में हुई वारदात दुखद है। वहां के राष्ट्रपति के विरोध में जहां जहां प्रदर्शन हो रहा है, वह भी गलत है। हमारे राष्ट्राध्यक्ष ने जिसका समर्थन किया है हमें भी उसका समर्थन करना चाहिए। ऐसा न करने वाले राष्ट्र की आवाज से खुद को अलग दिखाने प्रयास कर रहे हैं। इसकी आलोचना करनी चाहिए। धार्मिक आजादी तो ठीक है लेकिन इसे लेकर कट्टरता व राष्ट्र के साथ बगावत को मंजूर नहीं किया जा सकता है।

धर्मगुरु विचार करें

भाजपा के विधि प्रकोष्ठ के संयोजक देवेंद्र मिश्र ने कहा कि सनातनी परंपरा में राष्ट्र सर्वोपरि है। हमारे धर्मगुरु भी बच्चों में राष्ट्रीय भावना का विकास करने की बात करते हैं। जिस धर्म में राष्ट्र का विषय द्वितीयक है वे धर्मगुरु विचार करें और समाज के लोगों को भी इस पर मंथन के लिए आमंत्रित करें।


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