Panchayat Chunav 2021: गांव की सत्ता में युवाओं का भी दखल, वोटरों की नई पौध को साधने में जुटे दावेदार
युवा मतदाताओं का कहना है।चुनाव में विकास के कुछ बुनियादी मुद्दे ही हुआ करते थे लेकिन इस बार चुनाव में गांव की सत्ता की चाभी उसी उम्मीदवार को सौंपी जाएगी जो संपूर्ण विकास की बात करेगा और इसके अलावा शिक्षा स्वास्थ्य के अलावा खेलकूद के विकास को बढ़ावा देगा।
प्रयागराज, जेएनएन। पंचायत चुनाव के रण में इस बार युवा मतदाताओं का खासा दखल रहेगा। ऐसे में युवाओं को अपने पक्ष में साधने के लिए महारथियों की ओर से प्रयास किये जा रहे हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार युवा मतदाता भी पूरे जोश के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में चुनावी मैदान में आने वाले प्रत्याशी नये वोटरों को साधने में लगे हैं।
संपूर्ण विकास की चाह है युवाओं की
युवा मतदाताओं का कहना है। हर बार चुनाव में विकास के कुछ बुनियादी मुद्दे ही हुआ करते थे, लेकिन इस बार चुनाव में गांव की सत्ता की चाभी उसी उम्मीदवार को सौंपी जाएगी, जो संपूर्ण विकास की बात करेगा और इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य के अलावा खेलकूद के विकास को बढ़ावा देगा। इस बार के चुनाव में 18 साल की उम्र पूरी कर चुके कुछ नए वोटरों का नाम शामिल किया गया है। ऐसे में नए युवा वोटर किसी के बहकावे में न आकर विकास के मुद्दे पर वोट देने की बात कह रहे हैं। नये वोटरों के बीच चुनाव में पहली बार मतदान करने को लेकर काफी जोश दिखाई दे रहा है।
क्या कहते हैं युवा मतदाता
गांव में पंचायत चुनाव हर बार कुछ स्थानीय मुद्दों तक ही सीमित रहता था, लेकिन इस बार के चुनाव में युवा पूरे जोश में हैं और गांव की सत्ता की चाभी उसे ही सौंपी जाएगी जो गांव के प्रमुख मुद्दों पर विकास करने की बात करेगा। पहली बार वोट देने का अवसर मिला है, ऐसे में मत सिर्फ विकास के नाम पर ही दिया जाएगा।
- रावेंद्र सोनी।
गांव की सत्ता पाने के बाद जनप्रतिनिधि मनमानी ढंग से काम करते हैं, जिससे गांव का समुचित विकास नहीं हो पाता और पांच साल का समय गुजर जाता है। ऐसे में शिक्षा, स्वास्थ्य व खेलकूद के विषय में गांव में विकास कार्य नहीं हुआ है। इस बार के चुनाव में इन्हीं मुद्दों पर प्रत्याशियों से बात की जाएगी, जो उन्हें पूरा करेगा युवा वर्ग उसी को वोट देगा।
- अविचल त्रिपाठी।