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प्रयागराज में मूंज क्राफ्ट विलेज के काम में अब आएगी तेजी, कोरोना संक्रमण के चलते अप्रैल से ठप था कार्य

इस विलेज को विकसित करने का उद्देश्य यह भी है कि संगमनगरी में आने वाले पर्यटकों को उसके प्रति आर्किषत किया जा सके। माना जा रहा है कि पर्यटक घूमने जाएंगे और आधुनिक डिजाइन के उत्पाद देखेंगे तो उसे खरीदने के लिए प्रेरित जरूर होंगे।

By Rajneesh MishraEdited By: Published: Tue, 08 Jun 2021 01:30 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jun 2021 01:30 PM (IST)
प्रयागराज में मूंज क्राफ्ट विलेज के काम में अब आएगी तेजी, कोरोना संक्रमण के चलते अप्रैल से ठप था कार्य
मूंज क्राफ्ट विलेज के काम में अब फिर से तेजी आने की उम्मीद है।

प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना महामारी की दूसरी लहर की रफ्तार की वजह से ठप हुए मूंज क्राफ्ट विलेज के काम में अब फिर से तेजी आने की उम्मीद है। विलेज के निर्माण का काम जल्द ही उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम (यूपीएसआइसी) द्वारा शुरू किए जाने की संभावना है। कोशिश यही है कि करीब चार-पांच महीने में मूंज क्राफ्ट विलेज को मूर्त रूप दे दिया जाए, ताकि उद्यमिता को पंख लगाने की सरकार की मंशा पूरी हो सके।

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मूंज उत्पाद से जुड़े कारीगरों को इस विधा में परिपक्व बनाने, नई और आधुनिक डिजाइनों के उत्पाद तैयार करने के लिए उन्हें कुशल बनाने एवं उत्पादों की बिक्री के लिए बेहतर मार्केट मुहैया कराने के मकसद से नैनी के महेवा क्षेत्र में मूंज क्राफ्ट विलेज का विकास किया जा रहा है। करीब छह करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट को उद्यमिता विकास संस्थान लखनऊ द्वारा लगभग एक साल पहले शुरू किया गया था। छह महीने में इसे तैयार होना था। लेकिन, प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद से दो बार कोरोना महामारी के फैलने के कारण महीनों काम प्रभावित हो गया।

40 फीसद काम पूरा होने के दावे

विभागीय अफसरों का दावा है कि इस प्रोजेक्ट के तहत कारीगरों के भवनों के समान कलर में रंग-रोगन का काम लगभग पूरा हो चुका है। नालियों के निर्माण और उसे ढकने का काम भी तकरीबन पूरा हो गया है। लाइङ्क्षटग और होॢडंग का काम पूरा हो चुका है। विलेज का लगभग 40 फीसद काम हो चुका है। निर्माण का काम कराने की जिम्मेदारी यूपीएसआइसी को दी गई है। कारीगरों को विशेषज्ञों की टीम के द्वारा प्रशिक्षित भी किया जा चुका है।

बाजार उपलब्ध होने से उत्पादों के दाम भी अच्छे मिलेंगे

इस विलेज को विकसित करने का उद्देश्य यह भी है कि संगमनगरी में आने वाले पर्यटकों को उसके प्रति आर्किषत किया जा सके। माना जा रहा है कि पर्यटक घूमने जाएंगे और आधुनिक डिजाइन के उत्पाद देखेंगे तो उसे खरीदने के लिए प्रेरित जरूर होंगे। मूंज उत्पाद से जुड़े अफसार अहमद का कहना है कि जब से मूंज उत्पाद ओडीओपी में शामिल हुआ है, तब से उत्पादों की मांग पहले से ज्यादा बढ़ गई है। इस विलेज के विकास होने से कारीगरों की तकदीर चमकने की उम्मीद है।


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