दारोगा के बयान से गुस्साए प्रधान ने घरवालों के साथ शुरू किया अनशन
पूरे देवजानी गांव के कार्यवाहक प्रधान आशीष तिवारी व उनके बड़े भाई बशिष्ठ तिवारी को बदमाशों ने 21 अगस्त घर पर चढ़कर गोली मारी थी। कुछ दिन पहले वशिष्ठ अस्पताल से डिस्चार्ज होकर आए हैं। पुलिस ने रठवत गांव के प्रधान के दो सगे भाइयों को जेल भेजा था।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में कंधई थाना क्षेत्र के पूरे देवजानी गांव के कार्यवाहक प्रधान आशीष तिवारी व उनके बड़े भाई को करीब दो महीने पहले गोली मारने की घटना में पुलिस की कारस्तानी से मामला गर्मा गया है। इस मामले में जेल भेजे गए लोगों को फर्जी फंसाने का आरोप लगाकर प्रधान ने परिवार के लोगों के साथ अनशन शुरू कर दिया है।
पूरे देवजानी गांव के कार्यवाहक प्रधान आशीष तिवारी व उनके बड़े भाई बशिष्ठ तिवारी को बदमाशों ने 21 अगस्त घर पर चढ़कर गोली मारी थी। कुछ दिन पहले ही वशिष्ठ अस्पताल से डिस्चार्ज होकर आए हैं। इस मामले में पुलिस ने रठवत गांव के प्रधान के दो सगे भाइयों को जेल भेजा था। शुक्रवार को मामले की बिबेचना कर रहे एसआई राकेश राय ने प्रधान आशीष तिवारी को थाने बुलाया था। वहां उन्होंने दरोगा से कहा जो जेल भेजे गए हैं। उन्हें फर्जी फंसाया गया हैं।
यह बात सुनते ही प्रधान व दरोगा के बीच नोकझोंक हो गयी। प्रधान का आरोप है कि पुलिस गलत तरीके से पैसा लेकर असली मुजरिम को नही पकड़ रही है। मामले को रफादफा करने के लिए फर्जी मुजरिम क्यों भेजे गए। दरोगा के बेतुके बयान से गुस्साए प्रधान परिवार वालों के साथ शनिवार को घर पर ही अनशन पर बैठ गए हैं।