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इलाहाबाद सिटी और वाराणसी के बीच ट्रेनें पकड़ेंगी रफ्तार Prayagraj News

सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस अ‍ादि ट्रेनें इलाहाबाद सिटी स्टेशन से होकर वाराणसी जाती हैं। इस रूट पर अधिकतम स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा है। रूट पर स्‍पीड बढ़ाई जाएगी।

By Edited By: Published: Sun, 08 Sep 2019 08:33 PM (IST)Updated: Mon, 09 Sep 2019 07:54 AM (IST)
इलाहाबाद सिटी और वाराणसी के बीच ट्रेनें पकड़ेंगी रफ्तार Prayagraj News
इलाहाबाद सिटी और वाराणसी के बीच ट्रेनें पकड़ेंगी रफ्तार Prayagraj News
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद सिटी स्टेशन से वाराणसी रेल खंड के बीच इन दिनों रेलवे लाइन दोहरीकरण का काम तेजी से चल रहा है। दोहरीकरण होने पर इस रेल खंड पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ सकेगी। अभी 110 किलोमीटर प्रति घटे की रफ्तार से ट्रेन चलती है। रेलवे लाइन का दोहरीकरण करने के लिए गंगा नदी में एक और पुल बनाया जाना है। दारागंज-झूंसी के बीच बनने वाले पुल का निर्माण कार्य नवंबर से शुरू हो जाएगा।

कटका से वाराणसी तक 100 किमी प्रति घंटा रहती है स्‍पीड
देश की पहली स्वदेशी सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस समेत कई महत्वपूर्ण ट्रेनें इलाहाबाद सिटी स्टेशन से होकर वाराणसी जाती हैं। इस रूट पर अधिकतम स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा है। इलाहाबाद सिटी स्टेशन से लेकर कटका तक 83 किलोमीटर ट्रेन की स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा और कटका से लेकर वाराणसी तक 39 किलोमीटर 100 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है। अभी तक इस रूट का दोहरीकरण नहीं हो पाया है। इसलिए अधिकतम स्पीड कम है।

रूट दोहरीकरण कछवा रोड तक पूरा हुआ
दोहरीकरण का काम तेज गति से चल रहा है। कछवा रोड स्टेशन तक यह काम पूरा हो गया है। पिछले दिनों हरदत्तपुर से कछवा रोड स्टेशन के बीच जब ट्रायल हुआ था तो अधिकतम स्पीड 123 किलोमीटर प्रति घंटा रही थी।

बोले वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी
वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता का कहना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस समेत कई महत्वपूर्ण ट्रेनें इलाहाबाद सिटी स्टेशन से होकर वाराणसी आती हैं। इसलिए इस रूट पर तेज गति से रेलवे लाइन दोहरीकरण का काम चल रहा है। काम पूरा होने पर इस रूट पर आसानी से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ सकेंगी।

गंगा नदी पर बनेगा 1.8 किमी पुल
दारागंज से झूंसी के बीच अभी एक रेलवे पुल है। एक पुल से ही ट्रेन आती और जाती है, इसलिए यहां पर एक नया पुल बनाया जाना है, ताकि एक पुल से ट्रेनें आ सकें। दूसरे पुल से जा सकें। इसके लिए गंगा नदी पर 1.8 किलोमीटर लंबा पुल बनाया जाना है। इसका काम नवंबर से शुरू हो जाएगा। रेल विकास निगम लिमिटेड मार्च 2021 तक पुल के साथ दोहरीकरण का काम पूरा कर देगा।

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