UP Board की वेबसाइट पर जल्द अपलोड होगा ओएमआर शीट का नमूना
UP Board 2022 कक्षा नौ की परीक्षा में वर्तमान सत्र से प्रयोग की जाने वाली ओएमआर शीट का नमूना जल्द ही बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। शीट पर विद्यार्थियों को परीक्षा देनी होगी। यह जानकारी बोर्ड सचिव दिव्य कांत शुक्ल ने प्रधानाचार्य परिषद के शिष्टमंडल को दी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। यूपी बोर्ड की कक्षा नौ की परीक्षा में वर्तमान सत्र से प्रयोग की जाने वाली ओएमआर शीट का नमूना जल्द ही बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। इसी शीट पर विद्यार्थियों को परीक्षा देनी होगी। यह जानकारी बोर्ड सचिव दिव्य कांत शुक्ल ने प्रधानाचार्य परिषद के शिष्टमंडल को दी।
ओएमआर शीट बोर्ड नहीं उपलब्ध कराएगा
बोर्ड सचिव ने बताया कि इस सत्र से कक्षा 9 की 20 अंकों की परीक्षा ओएमआर शीट पर होगी। भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए इस सीट के माध्यम से परीक्षा की व्यवस्था की जा रही है। यह भी स्पष्ट किया कि ओएमआर शीट बोर्ड नहीं उपलब्ध कराएगा। प्रधानाचार्यों को ही इसकी व्यवस्था करनी होगी। इसके लिए शासन से किसी तरह का शुल्क भी देने की व्यवस्था नहीं है। रजिस्ट्रेशन के लिए जमा होने वाले शुल्क में से 10 रुपये विद्यालय को लौटाने के लिए शासन से बोर्ड की ओर से पत्र व्यवहार चल रहा है। स्वीकृति मिलने पर प्रति छात्र 10 रुपये की दर से सभी विद्यालयों को प्राप्त हो सकेगा। शिष्टमंडल में सर्वार्य इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. मुरारजी त्रिपाठी, लव कुश इंटर कॉलेज के अरुण कुमार त्रिपाठी, अग्रसेन इंटर कॉलेज के डा. आद्या प्रसाद मिश्र, श्री कृष्ण इंटर कॉलेज देवनहरी के प्रधानाचार्य मिथिलेश कुमार शुक्ला शामिल रहे।
अनिवार्य की जाए हिंदी और संस्कृत भाषा
प्रतापगढ़ : टीकरमाफी आश्रम अमेठी के प्रमुख संत स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी ने कहा कि हिंदी एवं संस्कृत भाषा सनातन से चली आ रही भाषा है। इसका पठन-पाठन हमारे देश में अनिवार्य होना चाहिए। देश में आई वैदेशिक शिक्षा की वजह से हमारी संस्कृति चकनाचूर हो गई। स्वामी जी ने उन्मत्त जी की साहित्यिक व सामाजिक सेवाओं को याद करते हुए कहा कि प्रतापगढ़ की साहित्यिक धरती पर जितने विद्वान हैं, उतने पूरे देश में कहीं नहीं हैं। स्वामी हरिचैतन्य ने यह बात कविकुल द्वारा आयोजित काव्य संग्रह सत्य का संबल लोकार्पण समारोह में कही। उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में पुस्तक का लोकार्पण करते हुए इसे समाज के लिए प्रेरक रचनाओं का कुंज कहा। विशिष्ट अतिथि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो. डा. एच एन मिश्र ने कहा कि बौद्धिक क्षमता वाले प्रतापगढ़ का विकास नीचे स्तर पर चला गया है। यहां क्रांतिकारी प्रयास की आवश्यकता है। अध्यक्षता डा. चंद्र शेखर प्राण ने की। उद्घाटन अतिथि भाजपा नेता शिव प्रकाश मिश्र सेनानी ने कहा कि यहां के साहित्यकारों में बड़ी ऊर्जा है। कार्यक्रम में स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी को अभिनंदन पत्र, शाल सहित मालाओं से विभूषित कर अभिनंदन किया गया। छोटे स्वामी को भी कविकुल की ओर से शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। पुस्तक के संकलनकर्ता लोकतंत्र रक्षक सेनानी राम सेवक त्रिपाठी प्रशांत ने कहा कि दैव प्रेरणा से मिली एक पंक्ति पर पूरी पुस्तक बनी। कवि भानु प्रताप त्रिपाठी मराल को भी याद किया गया।साहित्यकार, शिक्षक, अधिवक्ता समेत विद्वतजन पहुंचे। संचालन कवि सुरेश संभव ने किया। गीतकार सत्येंद्र मृदुल ने वीणापाणि की वंदना की। कविकुल अध्यक्ष परशुराम उपाध्याय सुमन ने कविकुल के संस्थापक अवधी सम्राट आद्या प्रसाद उन्मत्त एवं उनके द्वारा स्थापित साहित्यिक संस्था कविकुल के इतिहास पर विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर डा. मत्स्येंद्र प्रभाकर, धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडेय अनिरुद्ध रामानुजदास, डा. श्याम शंकर शुक्ल श्याम, राज मूर्ति सिंह सौरभ, सुनील प्रभाकर, डा. दयाराम मौर्य रत्न, डा. संगम लाल भंवर, भाजपा नेता ओम प्रकाश पांडे गुड्डू, देवव्रत त्रिपाठी समेत लोगों ने विचार रखे।