Ayodhya Verdict : निर्णय का धर्मगुरुओं ने किया स्वागत, दिया शांति का संदेश Prayagraj News
अयोध्या के रामजन्म भूमि-विवादित ढांचे के मामले में सुप्रीम कोर्ट से आए निर्णय का हिंदू व मुस्लिम धर्मगुरुओं ने एकस्वर में स्वागत किया। सभी ने अमन और शांति का पैगाम दिया है।
प्रयागराज, जेएनएन । गंगा जमुनी तहजीब के शहर प्रयागराज ने शनिवार को आपसी सौहार्द की अनोखी मिसाल पेश की। अयोध्या के रामजन्म भूमि-विवादित ढांचे के मामले में सुप्रीम कोर्ट से आए निर्णय का हिंदू व मुस्लिम धर्मगुरुओं ने एकस्वर में स्वागत किया। सभी ने केवल अपने ही नहीं बल्कि दूसरे धर्म के लोगों को भी अमन का पैगाम दिया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कहा है कि इस फैसले से स्व. अशोक सिंघल की आत्मा को शांति मिलेगी।
फैसला स्वागत योग्य है : महंत नरेंद्र गिरि
देश के इस सबसे बड़े विवादित मामले का निस्तारण हो जाने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि फैसला स्वागत योग्य है। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के आंदोलन में बलिदान देने वाले भक्तों को भी याद किया। साथ ही कहा कि विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद को मिलाकर सरकार को ट्रस्ट का गठन करना चाहिए।
यह किसी की हार या जीत का प्रश्न नहीं : महंत हरि गिरि
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने कहा कि यह राष्ट्रहित का विषय है। राष्ट्र सर्वोच्च है। यह किसी की हार या जीत का प्रश्न नहीं। कहा कि अयोध्या में जमीन सरकार की थी, कोर्ट ने उसे सरकार को दे दी। इसमें अब कोई विवाद नहीं। उन्होंने निर्णय को ऐतिहासिक बताया। परमहंस प्रभाकर जी महाराज और जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी घनश्यामाचार्य ने भी निर्णय का स्वागत करते हुए सभी से भाईचारा व गंगा जमुनी तहजीब बनाए रखने की अपील की।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश बहुत अच्छा है : स्वामी वासुदेवानंद
स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि पांच सौ साल से विवादित राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश बहुत अच्छा है। आज राम की जन्मभूमि पर राम के नव अवतार की भूमिका प्रस्तुत हुई। मुस्लिम पक्ष को भी उनका वाद निरस्त कर अदालत ने उन्हें भी राहत दी है।
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय सभी को स्वीकार है : मकबूल हुसैन हबीबी
काजी-ए-शहर चौक जामा मस्जिद के सैयद कारी मकबूल हुसैन हबीबी ने सभी से भाईचारा बनाए रखने की गुजारिश की। कहा कि यह मुल्क पूरी दुनिया को अमन का पैगाम हमेशा से देता रहा है। सुप्रीम कोर्ट का निर्णय सभी को स्वीकार है। कोई भी ऐसी हरकत न करे, जिससे अमन में खलल पड़े। वहीं, शिया धर्मगुरु इमाम-ए-जुमा हसन रजा जैदी बोले कि उन्होंने पहले ही एलान कर दिया था कि जो भी फैसला आएगा, वह कुबूल किया जाएगा। शनिवार को आया फैसला स्वागत योग्य है। कहा कि हम पहले भारतीय हैं, इसके बाद समुदाय में बंटे हैैं। सभी से शांति व भाईचारा बनाए रखने की अपील की।