प्रतापगढ़ के जिला अस्पताल में दम तोडऩे वाला मरीज निकला कोरोना पाजिटिव Prayagraj News
सांस लेने में दिक्कत की बात जानकर अस्पताल प्रशासन ने अन्य मरीजों से अलग आइसोलेशन वार्ड में रखा था। मंगलवार को दोपहर बाद उसने दम तोड़ दिया था।
प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद प्रतापगढ़ में सांस फूलने के चलते जिला अस्पताल में भर्ती होने के बाद दम तोडऩे वाला मरीज कोरोना संक्रमित निकला। बुधवार को उसकी रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उसके परिजनों का भी सैंपल लिया गया। इस नए केस के सामने आने के बाद अब जिले में कोरोना के 15 मामले हो गए हैं, जिसमें से छह लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
सांस लेने में तकलीफ होने पर परिजन लाए थे जिला अस्पताल
जिले के अंतू थाना क्षेत्र के मझिलहा गांव का 51 साल का एक व्यक्ति सोमवार को दिन में सांस लेने में तकलीफ पर जिला अस्पताल लाया गया था। उसे सांस लेने में दिक्कत की बात जानकर अस्पताल प्रशासन ने अन्य मरीजों से अलग आइसोलेशन वार्ड में रखा था। मंगलवार को दोपहर बाद उसने दम तोड़ दिया था। इससे सनसनी फैल गई। उसका सैंपल सोमवार को ही लेकर कोरोना की पुष्टि के लिए प्रयागराज भेजा गया था। बुधवार को शाम आई रिपोर्ट में पता चला कि उक्त व्यक्ति कोरोना संक्रमित था। इस बात की पुष्टि करते हुए सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि उक्त मरीज का इलाज चल रहा था। उसका सैंपल प्रयागराज में जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट के इंतजार में उसे कोविड हास्पिटल प्रयागराज नहीं भेजा गया था। रिपोर्ट आने के पहले ही उसकी मौत हो गई।
घर के लोग किए गए क्वारंटाइन
उधर रिपोर्ट पाजिटिव का पता चलने के बाद मरीज के गांव मझिलहा में स्वास्थ्य टीम पहुंच गई। उसे मरीज के परिजनों सहित 13 लोगों की थर्मल जांच की। साथ ही उनका स्वाब सैंपल भी लिया गया। अब सबकी जांच कराई जाएगी। यह पता लगाया जा रहा है कि अस्पताल आने से पहले वह किससे मिला था। उनकी पहचान की जा रही है।
अस्पताल में केस बढऩे से दहशत
जिला अस्पताल में 36 घंटे के भीतर कोरोना के दो केस मिलने से दहशत है। डेरवा का अधेड़ यहां भर्ती रहा और बाद में कोरोना पाजिटिव निकला। अब अंतू का मरीज मरने के बाद संक्रमित मिला। इससे उसका इलाज करने वाले डाक्टर, पैरामेडिकल कर्मी भी सहम गए हैं। साथ ही जिला अस्पताल अब और संवेदनशील हो गया है। हालांकि यह पहले से ही हाट स्पाट घोषित है।
लापरवाही का आरोप, सांसद ने लिखा पत्र
अंतू के मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप तूल पकड़ चुका है। उसकी बहन के आरोप लगाने वाले आडियो के वायरल होने पर डीएम डा. रूपेश कुमार ने इस मामले की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया, वहीं सांसद संगम लाल गुप्ता ने डीएम को पत्र लिखकर इस मामले को गंभीरता से देखने को कहा है। सांसद का कहना है कि मरीज के परिजनों ने जो आरोप लगाए हैं, वह गंभीर हैं। खाना, पानी दवा न मिलने जैसे आरोप ङ्क्षचताजनक हैं। इसकी जांच कराकर दोषियों को दंडित कराया जाएगा। उधर भाजयुमो जिलाध्यक्ष रवि गुप्ता ने अस्पताल प्रशासन पर मरीज की जिंदगी से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। डीएम से जांच की मांग की है।
जब बेटी निगेटिव हुई तो पिता पाजिटिव
11 साल की कोरोना संक्रमित बेटी जब कोरोना की जंग जीत कर निगेटिव हुई तो उसका पिता कोरोना पाजिटिव हो गया। अब उसका भी इलाज स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में किया जा रहा है। दरअसल, पिछले सप्ताह प्रतापगढ़ जनपद का एक परिवार मुंबई से प्रयागराज पहुंचा था। जांच कराने के लिए सभी एसआरएन अस्पताल पहुंचे थे। सभी की कोरोना जांच कराई गई तो पता चला कि एक 11 साल की बच्ची कोरोना पाजिटिव है। उसकी देखरेख के लिए उसके पिता को दूसरे को वार्ड में रखा गया था। दो तीन से उसके पिता को भी तकलीफ होने लगी तो उसका भी सैंपल जांच के लिए भेजा गया जो पिता की रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। जबकि बच्ची की दोबारा जांच हुई तो उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। अब पिता को भी वार्ड नंबर सात में भर्ती करके इलाज किया जा रहा है।