आभूषण कारोबारी की हत्या को 22 दिन गुजर गए, Pratapgarh पुलिस की जांच 22 कदम भी नहीं बढ़ सकी
रायपुर रोड के सराफा कारोबारी मोहम्मद अहमद की नौ जनवरी की शाम घर लौटते वक्त रास्ते में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनके बड़े भाई मुस्तकीम के सिर पर तमंचे की मुठिया से वार कर नकदी सहित 21 लाख रुपये कीमत के जेवर लूट लिए थे।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जनपद में रायपुर रोड के सराफा व्यापारी की 22 दिन पहले दुकान से घर जाते वक्त हत्या और गहने लूटने की घटना में 22 रोज बाद भी पुलिस की तफ्तीश किसी सिरे पर नहीं पहुंच सकी है। पुलिस अब तक लुटेरों का पता नहीं लगा सकी है तो गिरफ्तारी भला क्या करती। ऐसे में पुलिस की सक्रियता और मुखबिर तंत्र सवालों के घेरे में है। लगातार हो रही वारदातों से सहमे सराफा कारोबारियों का गुस्सा भी बढ़ता जा रहा है।
एडीजी भी पहुंचे थे मगर पुलिस रही नाकाम
रायपुर रोड के सराफा कारोबारी मोहम्मद अहमद की नौ जनवरी की शाम घर लौटते वक्त रास्ते में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनके बड़े भाई मुस्तकीम के सिर पर तमंचे की मुठिया से वार कर नकदी सहित 21 लाख रुपये कीमत के जेवर लूट लिए थे। घटना के बाद मौके पर पहुंचे एडीजी प्रेम प्रकाश ने पट्टी कोतवाल को लुटेरों की गिरफ्तारी और बरामदगी के लिए 72 घंटे का समय दिया था। मगर 72 घंटे की तो बात दूर, अब 22 दिनों बाद भी पुलिस बदमाशों को चिन्हित नहीं कर सकी है।
पीड़ित परिवार है सहमा
उधर घटना के बाद से पट्टी पुलिस, स्वाट टीम, सीओ पट्टी व एसटीएफ बदमाशों का सुराग लगाने में जुटे है। पुलिस ने पट्टी इलाके के साथ जौनपुर जिले में संदिग्ध बदमाशों की तलाश में कई गांवों में दबिश दी। पुलिस कई संदिग्ध बदमाशों के मोबाइल सर्विलांस पर लगाकर उनकी लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास कर रही है हालांकि अभी तक सफलता नहीं मिल सकी है। पुलिस की ओर से पीड़ित परिवार को फिलहाल तो न्याय मिलता नहीं दिख रहा है। उन्हें पुलिस से सिर्फ आश्वासन ही मिलता आ रहा है। बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं होने से मारे गए मोहम्मद अहमद के परिवार के लोग सहमे हुए हैं। कोतवाल नरेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस अपने काम में गंभीरता से लगी है। कुछ और संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। संदिग्ध मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं। घटना के राजफाश के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई है।