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भूमाफिया ने प्लाटिंग कर बेच दी नाले की जमीन Prayagraj News

झूंसी थाने में लेखपाल राजकुमार वर्मा की तहरीर पर इशरत अली निवासी बक्शीबांध दारागंज तथा सुनील यादव निवासी चक हरिहरवन झूंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 11:23 AM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 02:18 PM (IST)
भूमाफिया ने प्लाटिंग कर बेच दी नाले की जमीन Prayagraj News
भूमाफिया ने प्लाटिंग कर बेच दी नाले की जमीन Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। भूमाफिया ने फर्जीवाड़ा कर नाले की सरकारी जमीन पर प्लाटिंग कर दी और उसे बेच दिए। डीएम के निर्देश पर गठित तहसील स्तरीय टास्क फोर्स ने इस मामले में दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

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चार बीघे जमीन पर कर दी प्‍लाटिंग

झूंसी के कनिहार गांव का मामला है। नायब तहसीलदार हरिप्रसाद सिंह ने बताया कि गांव से नाला निकलता है। इसकी लगभग चार बीघे जमीन को पाटकर उस पर प्लाटिंग कर दी गई। लगभग 15 प्लाट बेच दिए गए। यही नहीं, कई प्लाटों की चहारदीवारी बना दी गई तथा कई प्लाटों पर टीन शेड लगाकर निर्माण भी करा दिया गया।

फूलपुर तहसील टास्क फोर्स ने पकड़ा फर्जीवाड़ा

फूलपुर तहसील टास्क फोर्स ने जांच की तो फर्जीवाड़ा पकड़ में आया। तहसील प्रशासन ने आठ चहारदीवारी को तोड़ दिया जबकि अन्य निर्माण के खिलाफ तहसीलदार न्यायालय में मुकदमा दर्ज कराकर बेदखली की कार्रवाई करेंगे। नायब तहसीलदार ने बताया कि इस मामले में सोमवार को झूंसी थाने में लेखपाल राजकुमार वर्मा की तहरीर पर इशरत अली निवासी बक्शीबांध, दारागंज तथा सुनील यादव निवासी चक हरिहरवन, झूंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज कराई गई है। वहीं मुकदमा दर्ज होने के बाद भूमाफियाओं में खलबली मची है। वहीं इलाके के तमाम लोगों में दहशत का माहौल है जिन्‍होंने प्रापर्टी डीलरों से जमीन लेकर मकान बनवाया है।


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