Move to Jagran APP

State University : डिप्टी सीएम तक पहुंचा शिक्षक भर्ती में धांधली का मसला Prayagraj News

इस विषय में सामान्य वर्ग के न्यूनतम कटऑफ 88 अंक जारी किया गया है। जबकि उन्हें कुल 94 गुणांक प्राप्त हैं। इसके बावजूद उन्हें साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 26 Jul 2020 05:06 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jul 2020 05:06 PM (IST)
State University : डिप्टी सीएम तक पहुंचा शिक्षक भर्ती में धांधली का मसला Prayagraj News
State University : डिप्टी सीएम तक पहुंचा शिक्षक भर्ती में धांधली का मसला Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय में 15 विषयों में 76 पदों पर होने वाली शिक्षक भर्ती में धांधली का मामला गहराता जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), कुलाधिपति और सूबे की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से शिकायत की गई है। विवि प्रशासन भी अब सफाई देने के लिए खुलकर सामने आ गया है।

loksabha election banner

योग्‍य अभ्‍यर्थियों को साक्षात्‍कार में न बुलाने का आरोप

उप मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में आवेदक डॉ. राजीव त्रिपाठी, डॉ. श्वेता ओझा शुक्ला और अभिषेक शुक्ल ने आरोप लगाया है कि शिक्षक भर्ती के लिए 28 जुलाई से होने वाली साक्षात्कार प्रक्रिया में जमकर धांधली की जा रही है। आरोप है कि योग्य अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया ही नहीं गया। डॉ. श्वेता ने बताया कि संस्कृत विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए आवेदन किया है। इस विषय में सामान्य वर्ग के न्यूनतम कटऑफ 88 अंक जारी किया गया है। जबकि, उन्हें कुल 94 गुणांक प्राप्त हैं। इसके बावजूद उन्हें साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया। डॉ. राजीव त्रिपाठी ने 91 गुणांक प्राप्त किए हैं लेकिन साक्षात्कार की प्रक्रिया से बाहर रखा गया है। यह आरोप भी लगा है कि कटऑफ अंक काफी दबाव पडऩे पर विवि की वेबसाइट पर जारी किया गया। इससे पूर्व गोपनीय तरीके से विवि प्रशासन ने चुनिंदा लोगों को साक्षात्कार प्रक्रिया में शामिल किया। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया पर तमाम सवाल उठ रहे हैं।

भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग

आवेदकों ने भर्ती प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग उठाई है। प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार शेषनाथ पांडेय का कहना है कि एक पद के सापेक्ष कुल 15 आवेदकों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से कराई जा रही है। जिनको नहीं बुलाया वही अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। सभी आवेदकों को साक्षात्कार में बुलाना संभव नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.