अन्नदाताओं को रुला रही लपटों की तपिश, शनिवार को भी Prayagraj और पड़ोसी जिलों में जली खेतों में फसल
प्रयागराज से लेकर प्रतापगढ़ और कौशांबी में खेतों में आग लगने से किसानों की खून पसीने की कमाई राख में तब्दील हो जा रही है। रोज ही इन तीनों जिलों में आग लगने की कई घटनाएं हो रही हैं
प्रयागराज, जेएनएन। पिछले हफ्ते भर से प्रयागराज से लेकर प्रतापगढ़ और कौशांबी में खेतों में आग लगने से किसानों की खून पसीने की कमाई राख में तब्दील हो जा रही है। रोज ही इन तीनों जिलों में आग लगने की कई घटनाएं हो रही हैं और इसकी वजह से खेतों में नीचे तक लटके बिजली के जर्जर और पुराने तार जिनकी चिंगारी से खेत में सूखी फसल जलकर नष्ट हो रही है और किसान अपनी उपज को जलता देखने के लिए मजबूर हैं। शनिवार को इन तीनों जिलों में खेतों में फसल जलने के कई मामले सामने आए।
तपिस के बीच आग हो गई विकराल
प्रयागराज में यमुनापार इलाके के नारीबारी एरिया में झंझरा चौबे से सटे पटिवार मार्ग पर खेत में गेहूं की फसल में आग भड़की तो गांव वाले बुझाने के लिए दौड़ पड़े। नारीबारी चौकी प्रभारी भी पुलिस बल के साथ आ गए। दमकल दस्ते को भी बुलाया गया। बड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया गया लेकिन इतनी देर में काफी फसल जल गई। किसान परिवार उदास और निराश हो गया। उधर, कौशांबी जनपद में भी मोहब्बतपुर पइंसा क्षेत्र के पइंसा गांव में शनिवार दोपहर गेहूं के खेत में लगी भीषण आग से खलबली मच गई। गांव के लोग आग बुझाने लिए दौड़ पड़े। आग बुझाने की सारी कोशिश बेकार गई। आग पर काबू पाया गया लेकिन इतने वक्त में दो बीघा खेत में गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई। पइंसा निवासी राजेंद्र यादव तथा दुखीराम ने केशव सरोज का खेत बंटाई पर लिया था। इंद्र कुमार ने पीतांबर का एक बीघा खेत बटाई पर ले रखा था दोनों खेत आसपास होने की वजह से आग में दोनों का दो बीघा गेहूं जलकर राख हो गई है। लोगों की शिकायत है कि बिजली विभाग और दमकल की लापरवाही उनके लिए भारी पड़ रही है।
भड़की आग और जला दी फसल
प्रतापगढ़ में भी मानधाता थाना क्षेत्र के अकोढिया गांव में आज दोपहर राधेश्याम पटेल और विक्की सिंह के गेहूं के खेत में आग लग गई। इन खेतों में आग कैसे लगी, इस बारे में कोई बता नहीं पा रहा है। ग्रामीणों के प्रयास से आग पर काबू पाया गया। करीब दो बीघा गेहूं की फसल जल कर राख हो गई जिससे किसान बेहद दुखी नजर आए।