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Allahabad University : शिक्षकों के रिटायरमेंट के बाद नो ड्यूज की प्रक्रिया कर दी गई आसान

अब तक इविवि से रिटायर होने वाले शिक्षकों को विभागाध्यक्ष सहायक कुलसचिव एनएसएस क्रीड़ाध्यक्ष केंद्रीय पुस्तकालय अध्यक्ष स्टेट अफसर एसबीआई या पीएनबी चीफ प्रॉक्टर यूजीसी-एचआरडीसी और डीएसडब्ल्यू कार्यालय से नो-ड्यूज लेकर इविवि प्रशासन को देना पड़ता था। इससे उन्हें काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ता था।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 07:50 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 07:50 PM (IST)
Allahabad University : शिक्षकों के रिटायरमेंट के बाद नो ड्यूज की प्रक्रिया कर दी गई आसान
कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने शिक्षक हित में यह अहम निर्णय लिया है।

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) से रिटायर होने वाले शिक्षकों को अब नो ड्यूज के लिए 10 दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने होंगे। अब शिक्षकों को केवल पांच दफ्तरों के ही नो ड्यूज देने होंगे। कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने शिक्षक हित में यह अहम निर्णय लिया है। ऐसे में अब नो ड्यूज की प्रक्रिया आसान हो गई है।

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अब 10 की जगह पांच दफ्तरों से ही नो ड्यूज

दरअसल, अब तक इविवि से रिटायर होने वाले शिक्षकों को विभागाध्यक्ष, सहायक कुलसचिव, एनएसएस, क्रीड़ाध्यक्ष, केंद्रीय पुस्तकालय अध्यक्ष, स्टेट अफसर, एसबीआई या पीएनबी, चीफ प्रॉक्टर, यूजीसी-एचआरडीसी और डीएसडब्ल्यू कार्यालय से नो-ड्यूज लेकर इविवि प्रशासन को देना पड़ता था। इससे उन्हें काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ता था। कुलपति ने इस प्रणाली को और आसान बनाते हुए 10 की जगह अब पांच दफ्तरों से ही नो ड्यूज देने का निर्णय लिया है। अब रिटायर होने के बाद शिक्षकों को पेंशन के लिए और शिक्षक आवास के लिए स्टेट आफसर, यूजीसी एचआरडीसी से उन्हीं लोगों को नो ड्यूज देना होगा, जो किसी कोर्स के को-आर्डिनेटर पद पर रहे हैं।

अब सुविधाजनक और सरल हो गई प्रक्रिया

डीएसडब्ल्यू दफ्तर से किसी हॉस्टल का वार्डेन और अधीक्षक का जिम्मा संभालने वालों को ही नो-ड्यूज देना होगा। ऐसे में अब प्रक्रिया सुविधाजनक होने के साथ काफी आसान भी हो गई है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी डॉ.जया कपूर ने बताया कि एसबीआइ, पीएनबी, चीफ प्रॉक्टर, यूजीसी-एचआरडीसी, डीएसडब्ल्यू कार्यालय से अब नो-ड्यूज नहीं देना होगा। 


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