30 साल बाद कैसी होगी संगमनगरी की तस्वीर, तैयार किया रहा है प्रयागराज का सिटी डेवलपमेंट प्लान
संगमनगरी समेत सूबे के 13 शहरों के लिए शासन ने सीडीपी तैयार करने के लिए कहा है। इसे तैयार करने के लिए कंसल्टेंट की जरूरत है। लिहाजा प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) द्वारा कंसल्टेंट के चयन के लिए टेंडर निकाला जा चुका है। अब 20 को प्री-बिड मीटिंग बुलाई गई है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। हमारा अपना शहर 30 साल बाद कैसा होगा, इसका खाका अभी से खींचने की कवायद होने लगी है। इसके लिए सिटी डेवलपमेंट प्लान (सीडीपी) तैयार किया जाना है। सीडीपी तैयार करने के लिए कंसल्टेंट का भी चयन होना है। कंसल्टेंट चयन के लिए 20 जुलाई को प्री-बिड मीटिंग है। इसमें कंसल्टेंटों द्वारा अपने कार्य के अनुभव, क्षमता, वित्तीय स्थिति समेत अन्य ब्योरा पेश किया जाएगा।
कमिश्नर की अध्यक्षता में गठित कमेटी भी रिपोर्ट तैयार कर रही
संगमनगरी समेत सूबे के 13 शहरों के लिए शासन ने सीडीपी तैयार करने के लिए कहा है। इसे तैयार करने के लिए कंसल्टेंट की जरूरत है। लिहाजा, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) द्वारा कंसल्टेंट के चयन के लिए टेंडर निकाला जा चुका है। अब 20 को प्री-बिड मीटिंग बुलाई गई है। इसके लिए जिस भी कंसल्टेंट का चयन होगा। वह विकास कार्यों से संबंधित सभी विभागों मसलन पीडीए, नगर निगम, सिंचाई, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, लोक निर्माण, पर्यटन एवं संस्कृति, जलनिगम, स्मार्ट सिटी आदि से संपर्क करके योजनाओं के बारे में जानकारी जुटाएगा। कंसल्टेंट 30 साल के बाद शहर की परिकल्पना किस रूप में कर सकता है। क्या-क्या सुविधाएं चाहिए होगी और किन-किन अतिरिक्त सुविधाओं की आवश्यकता होगी, उसका विजन तैयार किया जाएगा। वहीं, कमिश्नर की अध्यक्षता में गठित कमेटी भी रिपोर्ट तैयार कर रही है।
वैश्विक कनेक्टिविटी का भी तैयार होगा रोडमैप
यहां से वैश्विक कनेक्टिविटी के लिए क्या जरूरतें होंगी। उसके लिए भी कंसल्टेंट रोडमैप तैयार करेगा। यानी भविष्य में प्रयागराज से ही सीधे विश्व में कहीं भी जाया जा सकेगा। बता दें कि 13 शहरों में अयोध्या, कानपुर, मुरादाबाद आदि भी शामिल हैं। पीडीए के एक अफसर के मुताबिक प्री-बिड मीटिंग में कंसल्टेंट का तकनीकी रूप से चयन होगा। उसके बाद वित्तीय आकलन होगा। तकनीकी और वित्तीय बिड क्वालीफाई करने वाले कंसल्टेंट का चयन होगा।