भाजपा नेता डॉ. एलएस ओझा बोले, सपा मुखिया के सामने पत्रकारों के साथ मारपीट ने उजागर किया पार्टी का असली चेहरा
क्या कानून को अपना काम नहीं करना चाहिए। इसमें प्रदेश सकरार को क्यों घसीटा जा रहा है। यह भी सवाल है कि क्या पत्रकारों को न्याय नहीं मिलना चाहिए। विचारणीय यह है कि यदि सपा की सरकार होती तो क्या पिटने वाले पत्रकारों को न्याय मिलता।
प्रयागराज,जेएनएन। मुरादाबाद में सपा मुखिया व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने पत्रकारों के साथ मारपीट की गई। इसमें सपा के कार्यकर्ता शामिल रहे। सुरक्षाकर्मियों ने भी बदसलूकी की। सब कुछ जानते हुए भी सपा मुखिया ने कोई कार्रवाई नहीं की। न किसी कार्यकर्ता को रोकने का प्रयास किया। यह सपा का असली चेहरा है। ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई बल्कि पूर्व में भी होता रहा है। यह कहना है भाजपा के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. एलएस ओझा का।
ऐसी घटनाओं की सभी को निंदा करनी चाहिए
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं की निंदा सभी को करनी चाहिए। कुछ लोग तो इसका विरोध कर रहे हैं लेकिन सपा व उनके समर्थक अलग राग अलाप रहे हैं। अब जब पूर्व मुख्यमंत्री पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है तो पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश सरकार का पुतला फूंक रहे हैं। आखिर यह कौन सी कार्य संस्कृति है। क्या कानून को अपना काम नहीं करना चाहिए। इसमें प्रदेश सकरार को क्यों घसीटा जा रहा है। यह भी सवाल है कि क्या पत्रकारों को न्याय नहीं मिलना चाहिए। विचारणीय यह है कि यदि सपा की सरकार होती तो क्या पिटने वाले पत्रकारों को न्याय मिलता।
भाजपा सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग को न्याय दिलाने के लिए कृत संकल्प
वर्तमान भाजपा की सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग के लोगों को न्याय दिलाने के लिए कृत संकल्पित है। इसमें किसी भी तरह का अवरोध नहीं आने दिया जाएगा। फिलहाल सपा मुखिया को फिर से विचार करना चाहिए और पत्रकारों के साथ हुई मारपीट के लिए क्षमा याचना करते हुए कार्यकर्ताओं को रोकें कि वह कानून और व्यवस्था के लिए संकट न बनें।