मेडिकल परीक्षण में महिला मरीज से SRN में बदसलूकी का आरोप साबित नहीं, सीएमओ ने प्रयागराज पुलिस को सौंपी रिपोर्ट
डफरिन अस्पताल की एक स्त्री रोग रोग विशेषज्ञ समेत दो डाक्टरों से मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसमें स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के डाक्टर शामिल नहीं किए गए ताकि परीक्षण की निष्पक्षता बनी रहे। परीक्षण में आरोप की पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में महिला मरीज से अमर्यादित व्यवहार का आरोप सीएमओ की तरफ से कराए गए मेडिकल परीक्षण में पुष्ट नहीं हो सका। स्त्री रोग विशेषज्ञ समेत दो डाक्टरों से कराए गए परीक्षण की रिपोर्ट सीएमओ ने पुलिस को सौंप दी। इस रिपोर्ट के साथ ही फौरी तौर पर एसआरएन अस्पताल के आरोपित डाक्टरों को राहत भी मिली।
एसआरएन के आरोपित डाक्टरों को मिली बड़ी राहत
तीन दिनों पहले मीरजापुर निवासी एक युवती ने एसआरएन के डाक्टरों पर आपरेशन के दौरान अमर्यादित व्यवहार का आरोप लगाया था। युवती के पेट की आंत का आपरेशन हुआ था, आपरेशन चार डाक्टरों ने किया था, जिसमें दो महिला चिकित्सक भी थीं और एक स्टाफ नर्स शामिल रही। युवती ने गंभीर आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी, फौरन ही पुलिस सक्रिय हो गई और वरिष्ठ चिकित्साधिकारी भी हरकत में आ गए थे। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. एसपी सिंह ने पांच सदस्यीय जांच दल गठित कर अपने स्तर पर परीक्षण गुरुवार को ही कराने के बाद देर शाम रिपोर्ट जारी कर दी थी। इस जांच में युवती द्वारा लगाए गए आरोप की पुष्टि नहीं हुई थी। वहीं युवती के मेडिकल परीक्षण की रिपोर्ट लंबित थी जिसे शुक्रवार को सीएमओ ने पुलिस को सौंपी।
सीएमओ डा. प्रभाकर राय का कहना है कि डफरिन अस्पताल की एक स्त्री रोग रोग विशेषज्ञ समेत दो डाक्टरों से मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसमें स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के डाक्टर शामिल नहीं किए गए ताकि परीक्षण की निष्पक्षता बनी रहे। परीक्षण में आरोप की पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है।