आतंकी जीशान ने सरफरोश फिल्म देख विस्फोटक मंगाने के लिए शुरू किया था खजूर का कारोबार
जीशान ने जनवरी के तीसरे सप्ताह रात करीब 11 बजे टेलीविजन पर प्रसारित जान मैथ्यू निर्देशित आमिर खान की फिल्म सरफरोश देखी। इसी फिल्म से उसे आतंकवादी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान से विस्फोटक तथा हथियार मंगाने का आइडिया मिला।
राजेंद्र यादव, प्रयागराज। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के गुर्गों का खजूर कनेक्शन भी बेपर्दा हो गया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल तथा सुरक्षा एजेंसियों को पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकी जीटीबी नगर निवासी जीशान ने बताया है कि सुपर स्टार आमिर खान की फिल्म सरफरोश देखने के बाद खजूर की आड़ में विस्फोटक मांगने का आइडिया उसके दिमाग में आया था। इसके बाद इसी फिल्म की तर्ज पर वे लोग काम करने लगे और विस्फोटक मंगा लिया।
कई बार फिल्म देखी और उसी राह पर चल पड़े
पुलिस सूत्रों के मुताबिक खजूर के बारे में पूछे जाने पर जीशान पहले कुछ देर तक खामोश रहा। फिर जानकारी दी कि सऊदी से घर लौटने के बाद वह यह सोचकर परेशान हो गया कि घटनाओं को अंजाम देने के लिए विस्फोटक और हथियार आएंगे कैसे? इसी उधेड़बुन में जनवरी के तीसरे सप्ताह रात करीब 11 बजे टेलीविजन पर प्रसारित जान मैथ्यू निर्देशित आमिर खान की फिल्म सरफरोश देखी। इसी फिल्म से उसे आतंकवादी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान से विस्फोटक तथा हथियार मंगाने का आइडिया मिला। फिल्म में खलनायक बने पात्रों ने लाल मिर्च का सहारा लिया था। लाल मिर्च की आड़ में ही विस्फोटक व हथियार मंगाया जाता है। इस फिल्म से जीशान इतना प्रभावित हुआ कि इसे उसने लैपटॉप पर पांच बार देखा। फिर अबू बकर, ओसामा, जान मोहम्मद, आमिर से चर्चा की। सभी को यह आइडिया पसंद आया और फरवरी माह से सभी खजूर के आनलाइन कारोबार में जुट गए। पुलिस का कहना है कि फिल्म सरफरोश से पूरे गैैंग ने हथियार और विस्फोटक मंगाने का आइडिया लिया था।
सूखा और गीला खजूर
कथित तौर पर खजूर के आनलाइन कारोबार से जुड़े आतंकी जीशान और ओसामा तथा उसके अन्य मददगार आपस में ही खरीदारी करते थे। कभी सूखा तो कभी गीला खजूर मंगाने की बात कहते थे। सूत्रों के अनुसार जीशान ने सूखा खजूर का मतलब आरडीएक्स व अन्य विस्फोटक सामग्री तो गीले खजूर का अर्थ आधुनिक हथियार बताया है।