दिल्ली की धुंध से प्रयागराज का चढ़ा पारा, ठंडी नहीं हो पा रही पूरब की हवा Prayagraj News
नवंबर का पहला पखवाड़ा बीतने के बाद भी प्रयागराज का तापमान 30 डिग्री के नीचे नहीं आ पा रहा है। पूरब की हवा चाहकर भी ठंडी नहीं हो पा रही है। इसलिए गंगा का मैदान गर्म बना हुआ है।
प्रयागराज, जेएनएन। नवंबर माह का दूसरा पखवाड़ा चल रहा है लेकिन दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के नीचे नहीं आ पा रहा है। मौसम विज्ञानी इसके पीछे दिल्ली में छायी धुंध को कारण बता रहे हैं। उनका कहना है कि दिल्ली से आने वाली पूरब की हवा धुंध के कारण ठंडी नहीं हो पा रही हैं, जिसका असर यहां दिखाई पड़ रहा है। महीने के आखिरी में मौसम बदलने के आसार हैं।
आसमान साफ देख ठंड का लगाया जा रहा था अनुमान
पिछले सप्ताह तक यहां भी बादलों ने डेरा डाल रखा था। दो, तीन दिनों से आसमान साफ है। इससे माना जा रहा था कि अब ठंड अपना असर दिखाएगी लेकिन दिल्ली की धुंध के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका। वहां से पूरब की हवाएं आ तो रही हैं लेकिन गर्म हैं। इसके चलते गंगा का मैदान गर्म बना हुआ है और दिन का पारा कम होने का नाम नहीं ले रहा। रविवार की तुलना में सोमवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान मामूली रूप से कम जरूर हुआ फिर भी अधिकतम पारा 31.4 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूतनम तापमान 15.7 डिसे रहा। रविवार को अधिकतम तापमान 31.7 और न्यूनतम पारा 16.4 डिग्री सेल्सियस था। वहीं मंगलवार को भी सुबह ठंड का एहसास था लेकिन सूर्य की किरणों के साथ ही तल्खी बढ़ती गई।
बोले मौसम विज्ञानी
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के अध्यक्ष और मौसम विज्ञानी डॉ. एसएस ओझा का कहना है कि अब गर्मियों का समय बढ़ रहा है और ठंड का समय घट रहा है। हालांकि ठंड की तीव्रता बढ़ रही है। इस बार बारिश अच्छी होने से धरती और वायुमंडल में नमी बनी है। इससे ठंड कई वर्षों का रिकार्ड तोड़ सकती है लेकिन यह पछुआ विक्षोभ की स्थिति पर निर्भर करेगा। इस महीने के अंत से ठंड अपना असर दिखाने लगेगी।