कौशांबी में बंदरों के आतंक से छत से गिरा बालक, जख्मी
बंदर ने हिमांशु को दौड़ाया तो वह घबराकर भागा। इसी हड़बड़ी में वह बिना मुंडेर की छत से गिर गया। नीचे गिरने से उसे गंभीर चोट पहुंची। उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद कौशांबी में पश्चिम शरीरा क्षेत्र के पुनवार गांव में सोमवार की सुबह छत पर बंदर देखकर सहमा बालक बचने के लिए भागा तो छत से नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। लहूलुहान किशोर को परिवार के लोगों ने स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया।
छत पर खेलने गया था किशोर, तभी बंदरों ने किया हमला
पुनवार गांव में बंदरों का आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है। आए दिन छत के रास्ते लोगों के घरों में बंदर घुसकर गृहस्थी का सामान नष्ट कर देते हैं। गांव के राजू के मकान की छत पर सोमवार दिन में करीब 11 बजे एक बंदर बैठा था। राजू ने बताया कि तभी उसका 12 वर्षीय पुत्र हिमांशु खेलने के लिए छत पर गया। वहां मौजूद बंदर ने हिमांशु को दौड़ाया तो वह घबराकर भागा। इसी हड़बड़ी में वह बिना मुंडेर की छत से गिर गया। नीचे गिरने से उसे गंभीर चोट पहुंची। उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
कई लोग हो चुके बंदरों का शिकार
मुख्यालय मंझनपुर समेत कई कस्बों व ग्रामीण क्षेत्र में बंदरों का आतंक हैं। सिराथू, रामपुर धमावा, नगिया मई, मधवा मई, जानकीपुर, अटसराय, चरवा, कसेंदा में बंदरों का झुंड घरों व बाजारों के बीच पहुंच जाता है। खास तौर पर बच्चे व महिलाएं बंदरों की वजह से परेशान है। कई लोगों को काट कर बंदर घायल भी कर चुके हैं। तीन जुलाई को मंझनपुर कस्बे की संगीता छत पर कपड़ा डालने के लिए गई थी। वहां मौजूद बंदर से उसे दौड़ाकर काट लिया। इसी प्रकार जानकीपुर के रोहित, अटसराय के दीपू को भी बंदर काटकर घायल कर चुके हैं। इस समस्या के निराकरण के लिए अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। बंदरों का आतंक इलाके में बढ़ता जा रहा है।