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Allahabad University को केंद्रीय दर्जा दिलाने में शामिल रहे डा. यमुना के निधन से शोक में शिक्षक-कर्मचारी

वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्यामकृष्ण पांडेय बताते हैं कि डाक्टर यमुना ने छात्र राजनीति के बाद युवक कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत की। अध्यापन कार्य के दौरान वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से जुड़ गए। 1997 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर हंडिया विधानसभा से सियासी मैदान में भी दावेदारी ठोकी।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 14 Oct 2021 01:20 PM (IST)Updated: Thu, 14 Oct 2021 01:20 PM (IST)
Allahabad University को केंद्रीय दर्जा दिलाने में शामिल रहे डा. यमुना के निधन से शोक में शिक्षक-कर्मचारी
यमुना प्रसाद पांडेय का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार देर रात निधन होने के बाद से शोक व्याप्त है

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संघटक चौधरी महादेव प्रसाद डिग्री कालेज में राजनीति विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर यमुना प्रसाद पांडेय का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार देर रात निधन होने के बाद से शोक व्याप्त है। उनका इलाज दिल्ली स्थित आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) में चल रहा था। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके निधन से इवि और अन्य कालेज के शिक्षकों के साथ ही कर्मचारियों में भी गहरा दुख है। 

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कांग्रेस के टिकट पर उतरे थे चुनाव मैदान में

मूलरूप से सैदाबाद के पंडित का पूरा निवासी डाक्टर यमुना प्रसाद वर्ष 1974 में सीएमपी के असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त हुए थे। वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कार्य परिषद के सदस्य भी रहे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्यामकृष्ण पांडेय बताते हैं कि डाक्टर यमुना ने छात्र राजनीति के बाद युवक कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत की। अध्यापन कार्य के दौरान वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से जुड़ गए। 1997 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर हंडिया विधानसभा से सियासी मैदान में भी दावेदारी ठोकी। हालांकि, इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। करीब 10 वर्ष पहले वह महाविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए। इसके बाद भी कांग्रेस से जुड़े रहे।

पत्नी शैल पांडेय इवि के हिंदी विभाग से हैं रिटायर

उनकी पत्नी प्रोफेसर शैल पांडेय इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग से रिटायर्ड हैं। उन्होंने बताया कि डाक्टर यमुना तत्कालीन शिक्षा मंत्री के करीबी थे। वह केंद्रीय मंत्री राजेंद्र कुमार वाजपेयी के पीआरओ भी रह चुके हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। डाक्टर पांडेय का अंतिम संस्कार गुरुवार को दारागंज घाट पर होगा। उनके निधन पर अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य प्रमोद तिवारी, कांग्रेस नेता मुकुंद तिवारी, रमाकांत त्रिपाठी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. राम सेवक दुबे, सीएमपी के प्राचार्य डा. बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने शोक व्यक्त किया है।

डा. राजबिहारी को पत्नी शोक

सीएमपी कालेज में वाणिज्य विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. राजबिहारी लाल श्रीवास्तव की पत्नी का निधन हो गया। प्राचार्य डा. बृजेश कुमार की अध्यक्षाता में बुधवार को शोकसभा का आयोजन किया गया।


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