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प्रयागराज में साढ़े 11 लाख की टैक्‍स चोरी पकड़ी गई, कोचिंग में वाणिज्य कर विभाग ने छापेमारी की

जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि 60 लाख रुपये के अपवंचित टर्नओवर पर 18 प्रतिशत की दर से करीब 11 से साढ़े 11 लाख रुपये कर बनेगा। जुर्माना भी वसूला जाएगा। हालांकि जब्त दस्तावेजों की गहन छानबीन के बाद टैक्स ज्यादा निकलने की संभावना जताई गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 11:04 AM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 11:04 AM (IST)
प्रयागराज में साढ़े 11 लाख की टैक्‍स चोरी पकड़ी गई, कोचिंग में वाणिज्य कर विभाग ने छापेमारी की
वाणिज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) की टीम ने कोचिंग में छापेमारी की। दस्‍तावेज सील किए गए।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। वाणिज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) की टीम ने शिवकुटी क्षेत्र स्थित एक कोचिंग में छापेमारी की। इससे कोचिंग संचालक और स्टाफ में खलबली मच गई। करीब साढ़े तीन घंटे तक चली छानबीन के दौरान कोचिंग के टर्नओवर से संबंधित दस्तावेज खंगाले गए। फौरी जांच में करीब 60 लाख रुपये अपवंचित टर्नओवर की बात सामने आई। इस पर लगभग 11 लाख रुपये टैक्स बनेगा।

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जब्त दस्तावेजों की छानबीन के बाद टैक्स ज्यादा निकलने की संभावना

डिप्टी कमिश्नर (एसआइबी) मुकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने कोचिंग में छापेमारी की। कोचिंग संचालक एवं स्टाफ से पूछताछ करने के साथ दस्तावेज खंगाले गए। बैंक खातों की भी जांच की गई। सोमवार को कई घंटे तक चली छानबीन के दौरान बड़ी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए गए। संचालक से बैंक का खाता नंबर भी लिया गया। जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि 60 लाख रुपये के अपवंचित टर्नओवर पर 18 प्रतिशत की दर से करीब 11 से साढ़े 11 लाख रुपये कर बनेगा। इसके अलावा जुर्माना भी वसूला जाएगा। हालांकि, जब्त दस्तावेजों की गहन छानबीन के बाद टैक्स ज्यादा निकलने की भी संभावना जताई गई। कार्रवाई में डिप्टी कमिश्नर हेमंत कुमार गौतम, डिप्टी कमिश्नर दीपक सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर जितेंद्र सिंह, वाणिज्यकर अधिकारी डा. अवध कुमार और अजय कुमार शामिल थे।

थर्ड पार्टी जांच के लिए एजेंसी चयन को प्रेजेंटेशन

प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) की ओर से शहर में कराए जाने वाले विकास कार्यों की थर्ड पार्टी जांच के लिए एजेंसी का चयन किया जाना है। इसके लिए टेंडर निकाला गया है। टेंडर में चार एजेंसियां शामिल हुई हैं। उसमें से दो एजेंसियों की ओर से प्राधिकरण के सभागार में प्रेजेंटेशन दिया गया। उपाध्यक्ष अरविंद चौहान की उपस्थिति में एजेंसियों के प्रतिनिधियों द्वारा अपने अनुभव, तकनीकी दक्षता, वित्तीय स्थिति आदि से संबंधित जानकारियां दी गईं। दो एजेंसियों के प्रतिनिधियों को प्रेजेंटेशन के लिए मंगलवार को बुलाया गया है। सभी एजेंसियों के प्रेजेंटेशन के आधार पर एक का चयन किया जाएगा। इस दौरान सचिव अजीत कुमार सिंह, मुख्य अभियंता मनोज कुमार मिश्रा आदि मौजूद थे।


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