यह हैं देश के सबसे लंबे इंसान धमेंद्र सिंह, सपा में शामिल हुए धमेंद्र की जानिए कैसी है जिंदगी
धमेंद्र ने लखनऊ में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। सामान्य से कहीं ज्यादा लंबा कद भले ही दूसरों के लिए कौतुहल की बात हो लेकिन धर्मेंद्र की जिंदगी में इसकी वजह से बड़ी दुश्वारियां हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। धमेंद्र सिंह का नाम आपने लंबे कद के व्यक्ति के तौर पर कभी न कभी सुना होगा और कहीं तस्वीर भी देखी होगी। देश का सबसे लंबा इंसान होने का दावा करने वाले प्रतापगढ़ के धर्मेंद्र सिंह शनिवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। अब वह विधानसभा चुनाव के मौके पर इस पार्टी की नीतियों का प्रचार-प्रसार करेंगे।
सपा नेता मित्र ने लखनऊ ले जाकर अखिलेश से मिलाया
प्रतापगढ़ जिले के सदर विधानसभा क्षेत्र के कसियाही नरहरपुर गांव के रहने वाले धर्मेंद्र सिंह पुत्र स्वर्गीय सुरेंद्र प्रताप सिंह मौजूदा समय में 46 वर्ष के हैं। इनकी लंबाई आठ फीट दो इंच है। वह दावा करते हैं कि वह दुनिया के दूसरे सबसे लंबे व्यक्ति है और उनका नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज है। अभी तक उनका किसी राजनीतिक पार्टी से ताल्लुक नहीं था। उन्होंने शनिवार की शाम लखनऊ में सपा प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। धमेंद्र ने कहा कि समाजवादी पार्टी की नीतियों व विचारधारा से प्रभावित होकर वह इस दल में शामिल हुए। सपा की सदस्यता ग्रहण करने में उन्होंने अपने मित्र युवा सपा नेता सौरभ सिंह की प्रेरणा को भी बताया।
ऐसे चलता है उनका जीवन
सामान्य से कहीं ज्यादा लंबा कद भले ही दूसरों के लिए कौतुहल और आकर्षण की बात हो लेकिन असल में धर्मेंद्र की जिंदगी में इसकी वजह से बड़ी दुश्वारियां हैं। वह अब तक बेरोजगारों से जूझ रहे हैं क्योंकि इस लंबाई की वजह से उनके लायक कोई काम ही नहीं है। अधिक लंबाई के कारण उन्हें कहीं भी कोई नौकरी नहीं मिली। ऐसे में गुजारा करने के लिए वह राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों व स्थलों पर जाते हैं। वहां लोग उनके साथ फोटो खिंचवाते हैं। बदले में नजराने के रूप में लोग कुछ पैसे दे देते हैं। बस, उन्हीं पैसों से इनका खर्च चलता है। ज्यादा पैसे तो इस भीमकाय शरीर के लिए खानपान में ही खर्च होते हैं। लंबे कद के कारण उनका विवाह भी नहीं हो सका सो अकेले ही गुजर बसर चल रहा है। पैरों में दिक्कत की वजह से आपरेशन के लिए पहले की कई सरकारों में अर्जी लगा चुके हैं मगर कोई सहायता नहीं मिल सकी। वह बीच-बीच में प्रतापगढ़ में अपने घर भी आते रहते हैं।