छात्र बोले, प्रयागराज में स्कूल खुलने के बाद ऑनलाइन पढ़ाई व्यवस्था पटरी से उतरी
जिला विद्यालय निरीक्षक बोले कि बिना अभिभावकों के सहयोग के कक्षाएं ठीक तरह से संचालित होना कठिन है। शिक्षक भी सक्रिय रहें। बच्चों का सत्र न खराब हो। उनकी पढ़ाई को प्रभावित होने से बचाएं। यह नैतिक दायित्व भी है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में सभी स्कूलों में पठन-पाठन ऑनलाइन संचालित हो रहे हैं। स्कूलों ने छमाही परीक्षाएं भी ऑनलाइन संपन्न कराईं। अब सभी जगहों पर परीक्षा परिणाम भी आ चुके हैं। वहीं कुछ स्कूलों के विद्यार्थियों का कहना है कि जब से कक्षा नौ से 12वीं तक के स्कूलों को खोलने का निर्देश मिला है तब से ऑनलाइन पढ़ाई पर खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है। छात्रों का कहना है कि शिक्षक स्कूल तो जा रहे हैं लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई पर ध्यान न देने से पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। अभी स्कूलों में कक्षा नौ से 12वीं तक की ही कक्षाएं चल रही हैं। उनमें भी सभी बच्चे नहीं पहुंच पा रहे हैं। स्कूल भी प्रायोगिक विषयों की ही कक्षाएं चलाने पर जो रहे हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक बोले
जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि सभी स्कूलों में बेहतर पठन-पाठन के निर्देश दिए गए हैं। सभी को कहा गया है कि ऑनलाइन कक्षाएं जैसे पहले चलती थीं ठीक उसी तरह चलती रहेगी। फर्क बस इतना होगा कि अब कक्षा नौ से 12वीं तक की कक्षाएं स्कूल में चलेंगी। उसके लिए अभिभावकों से अनुमति पत्र भी मांगे गए हैं। अभिभावकों को सक्रिय सहयोग देना होगा।
कहा-शिक्षक सक्रिय रहें और अभिभावक सहयोग करें
जिला विद्यालय निरीक्षक बोले कि बिना अभिभावकों के सहयोग के कक्षाएं ठीक तरह से संचालित होना कठिन है। शिक्षक भी सक्रिय रहें। बच्चों का सत्र न खराब हो। उनकी पढ़ाई को प्रभावित होने से बचाएं। यह नैतिक दायित्व भी है। इसकी निगरानी मैं खुद कर रहा हूं। शहर ही नहीं गांव के स्कूलों में भी निरीक्षण के लिए जा रहा हंू। यदि कहीं किसी भी विद्यार्थी व अभिभावक को दिक्कत है तो जरूरत मुझे बताएं।