बिग डाटा पर जर्मनी में शोध करेंगे इविवि के छात्र
चयनित विद्यार्थियों को आठ से 10 सप्ताह तक अपने कोर्स के अंतिम वर्ष में जर्मनी के हाइडेलबर्ग विश्वविद्यालय में समय बिताना होगा।
प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र अब जर्मनी के यूनिवर्सिटी ऑफ हाइडेलबर्ग में बिग डाटा पर शोध करेंगे। इसके पहले वर्ष 2018 में देशभर के छह भारतीय संस्थानों से परास्नातक के 19 छात्रों का चयन हुआ था। इसमें इविवि के चार छात्र शामिल थे। इस बार इविवि यहां से 10 छात्रों को शोध के लिए भेजने की तैयारी है।
बिग डाटा रिसर्च के को-ऑर्डिनेटर प्रो.रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इसके लिए विश्वविद्यालय से परास्नातक तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों से आवेदन पत्र मांगे जाएंगे। चयनित विद्यार्थियों को आठ से 10 सप्ताह तक अपने कोर्स के अंतिम वर्ष में जर्मनी के हाइडेलबर्ग विश्वविद्यालय में समय बिताना होगा। मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नॉलॉजी विभाग की पहल पर शोध के लिए देश में इलाहाबाद विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय व जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय को चुना गया है।
देश के अन्य शिक्षण संस्थानों के छात्रों को भी मिलेगा अवसर
इसके अलावा आइआइटी मद्रास, गोवाहाटी, व कानपुर के छात्रों को भी बिग डाटा में शोध का अवसर दिया गया है। शोध में छात्रों को यह सीखने का अवसर मिलता है कि वह बड़े डाटा को स्टोर कैसे करें। साथ ही आवश्यकता पडऩे पर उसे फौरन कैसे उपलब्ध कराएं। इस कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2017 से शुरू हुई। 1386 में स्थापित यह विवि जर्मनी का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है।
एक अप्रैल को इविवि आएंगे जर्मनी के शिक्षक
प्रो.रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एक अप्रैल से पांच अप्रैल तक इविवि में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हो रहा है। इसमें यूनिवर्सिटी ऑफ हाइडेलबर्ग एवं छह भारतीय संस्थानों के शिक्षक और छात्र आएंगे। सम्मेलन में संस्थानों के बीच शोध को लेकर करार होगा। यह समझौता बिग डाटा शोध के क्षेत्र में इविवि के लिए बड़ी उपलब्धि होगा।