आइपीएल मैचों की सट्टेबाजी में रकम डूबने पर गढ़ी लूट की कहानी, प्रतापगढ़ पुलिस ने किया घटना का राजफाश
प्रतापगढ़ के दहिलामऊ में बुधवार सुबह जीवन बीमा निगम के प्रीमियम कलेक्शन सेंटर पर दिनदहाड़े लाखों की लूट की सूचना पर पुलिस दौड़ पड़ी। जांच में पता चला कि लूट की कहानी वहां के कैशियर ने आइपीएल मैच के सट्टे में रकम डूब जाने पर गढ़ी थी।
प्रयागराज, जेएनएन। लूट की दिनदहाडे़ घटना की सच्चाई कुछ और निकली। जांच में पता चला कि घटना असली नहीं है बल्कि लूट की कहानी गढ़ी गई थी। प्रतापगढ़ के दहिलामऊ में बुधवार सुबह जीवन बीमा निगम के प्रीमियम कलेक्शन सेंटर पर दिनदहाड़े लाखों की लूट की सूचना पर पुलिस दौड़ पड़ी। जांच में पता चला कि लूट की कहानी वहां के कैशियर ने आइपीएल मैच के सट्टे में रकम डूब जाने पर गढ़ी थी। अमेठी के प्रदीप पांडेय एलआइसी प्रतापगढ़ में विकास अधिकारी हैं। उन्होंने एक प्रीमियम कलेक्शन सेंटर भी कार्यालय के सामने ही खोला है। यहां के कैशियर प्रदीप विश्वकर्मा ने पुलिस को लूट की सूचना दी थी। सेंटर संचालक द्वारा उस पर शक जताने पर पुलिस की राह आसान हो गई। उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपनी कारस्तानी पुलिस के सामने बयां कर दी। पुलिस ने छानबीन के बाद साफ कर दिया कि लूट हुई नहीं और महज ड्रामा किया गया था।
एएसपी का है कहना
एलआईसी प्रीमियम कलेक्शन सेंटर के कैशियर प्रदीप विश्वकर्मा ने लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी। पूछताछ में उसके द्वारा बताया गया कि उसने ग्राहकों से कलेक्शन में जमा हुए लगभग चार लाख रुपये आइपीएल के मैचों में सट्टेबाजी में लगा दिए थे। खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमित होने पर अचानक आइपीएल टल जाने की वजह से वह परेशान हो गया। ग्राहकों को यह रुपये वापस नहीं करने पड़े, इसके लिए उसने यह झूठी लूट की घटना की सूचना दी थी। अब उसके खिलाफ झूठी सूचना देने के मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
-सुरेंद्र द्विवेदी, एएसपी पूर्वी प्रतापगढ़