जमानत पर जेल से बाहर आकर किए कत्ल, एसटीएफ ने प्रतापगढ़ में दबोचा 25 हजार का इनामी अपराधी
इनामी हिस्ट्रीशीटर बसीर अहमद को एसटीएफ प्रयागराज यूनिट ने गिरफ्तार किया है। उसके पास तमंचा और कारतूस भी जब्त किया गया है। इसके पहले 50 हजार रुपये के इनामी मुख्य आरोपित को भी एसटीएफ ने ही पकड़ा था जिसके बाद जेठवारा के थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया था।
प्रयागराज, जेएनएन। ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान प्रतापगढ़ में चुनाव प्रचार के बीच एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या के मामले में फरार 25 हजार रुपये के इनामी हिस्ट्रीशीटर बसीर अहमद को एसटीएफ प्रयागराज यूनिट ने गिरफ्तार किया है। उसके पास तमंचा और कारतूस भी जब्त किया गया है। इसके पहले 50 हजार रुपये के इनामी मुख्य आरोपित को भी एसटीएफ ने ही पकड़ा था जिसके बाद जेठवारा के थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया था।
हार्डकोर अपराधी है बसीर, 30 आपराधिक मुकदमे
एसटीएफ की टीम बुधवार दोपहर प्रतापगढ़ में थी तभी खबर मिली कि जेठवारा इलाके में अप्रैल माह में हुए कत्ल में वांछित 25 हजार रुपये का इनामी अपराधी बसीर अहमद नौबस्ता तिराहे पर सवारी गाड़ी से उतरकर शमशेरगंज रोड से पैदल अपने घर की तरफ जा रहा है। खबर मिलते ही एसटीएफ के उपनिरीक्षक वेद प्रकाश पांडेय ने टीम के साथ वहां जाकर वसीर को घेरकर पकड़ लिया। तलाशी ली तो उसके पास एक तमंचा और दो कारतूस भी बरामद हुए। पूछताछ में उसने बताया कि प्रधानी के चुनाव के दौरान जेठवारा इलाके के सिंधौर गांव में वहीद अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसी दौरान फूलपुर गांव में बीडीसी उम्मीदवार मोहम्मद ऐनुल अपने समर्थक कयूम और नसीम के साथ वोट के लिए लोगों से मिलने गया था तभी उसने अपने साथियों संग उस पर हमला कर दिया था। लाठी-डंडे से पीटने के साथ ही नसीम को बसीर ने गोली मार दी थी।
1994 की घटना में मिली है सजा
हैरानी की बात यह है कि 30 आपराधिक मुकदमों के नामजद आरोपित बसीर को 1994 में जेठवारा के सिंधौर गांव में तत्कालीन ग्राम प्रधान सीताराम जायसवाल की हत्या के मामले में सजायाफ्ता है। वह हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा होकर बाहर आया था। जमानत पर छूटने के बाद वह फिर पहले की तरह खून-खराबा करने लगा। आखिरकार उसे एसटीएफ ने पकड़ लिया।