सौतेली मां ने ही किया था अरुण का कत्ल Prayagraj News
मिंता देवी ने कड़ाई से पूछताछ पर जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि उसे कोई बेटा नहीं था। इसके चलते वह अरुण से नफरत करती थी। लिहाजा गला दबाकर उसने अरुण की हत्या कर दी।
प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद कौशांबी में मासूम बच्चे का गला दबाकर हत्या के मामले का पर्दाफाश पुलिस ने दूसरे दिन गुरुवार को कर लिया है। बेटा पैदा न होने से परेशान सौतेली मां ने ही मासूम को मौत के घाट उतारा। महिला के जुर्म कबूल करने के बाद एएसपी अशोक कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस का प्रकरण का पर्दाफाश किया। इसके बाद महिला के खिलाफ लिखा-पढ़ी करते हुए पुलिस ने चालान न्यायालय भेजा।
खुद के नहीं था बेटा तो सौतेले बेटे से रखती थी खुन्नस
पिपरी थाना क्षेत्र के गेरिया खालसा निवासी चंदन की पहली शादी इलाके के ही मुरादपुर निवासी सुगनी देवी के साथ हुई थी। उससे दो बच्चे अरुण और रेशमा हुए। पांच साल पहले प्रसव के दौरान सुगनी देवी की मौत हो गई थी। इस पर चंदन ने दूसरी शादी चायल कस्बे की मिंता देवी से की। मिंता की भी दूसरी शादी चंदन से हुई थी। पहले पति से मिंता को एक बेटी आरती है, जिसे वह अपने साथ लेकर रहती थी। चंदन से मिंता को कोई बेटा नहीं था। बहरहाल, मंगलवार की रात परिवार के लोग खाना खाने के बाद सो गए थे। इस बीच सात वर्षीय अरुण की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। बुधवार को सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस को शुरू से था घर के लोगों पर हत्या का शक
घर के भीतर हुई हत्या को लेकर पुलिस अफसर भी परिवार के लोगों पर ही आशंका कर रहे थे। मृतक के बाबा सूरजदीन की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। इंस्पेक्टर अतुल सिंह ने सौतेली मां मिंता देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार के मुताबिक, मिंता देवी ने कड़ाई से पूछताछ पर जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि उसे कोई बेटा नहीं था। इसके चलते वह अरुण से नफरत करती थी। लिहाजा गला दबाकर उसने अरुण की हत्या कर दी।