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नई पेंशन के खाते में नहीं भेजा जा रहा राज्यांश, प्रयागराज से शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

इस योजना के तहत 14 फीसद धनराशि राज्यांश के तहत उस शिक्षक के प्रान खाते में हस्तांतरित होने का भी प्रावधान है लेकिन इसके हस्तांतरण होने में लगभग आठ से दस महीने तक का समय लगता है। इसके लिए बजट का न होना बताया जाता है।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Wed, 09 Jun 2021 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 09 Jun 2021 07:00 AM (IST)
नई पेंशन के खाते में नहीं भेजा जा रहा राज्यांश, प्रयागराज से शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
नई पेशन स्कीम को शिक्षक, कर्मचारी स्वीकार करने को तैयार नहीं है।

प्रयागराज, जेएनएन।  उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पूमा) शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश की ओर से मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है। इसमें कहा गया है कि नई पेंशन योजना से आच्छादित शिक्षकों के वेतन से 10 फीसद की कटौती नियमित हो रही है। कुछ जगहों पर इसके लिए एनएसडीएल को जिम्मेदार बनाया गया है।

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अत्यधिक आर्थिक क्षति वाली योजना साबित हो रही

इस योजना के तहत 14 फीसद धनराशि राज्यांश के तहत उस शिक्षक के प्रान खाते में हस्तांतरित होने का भी प्रावधान है, लेकिन इसके हस्तांतरण होने में लगभग आठ से दस महीने तक का समय लगता है। इसके लिए बजट का न होना बताया जाता है। कभी कभी देखा गया है कि बजट की घोषणा होने के बाद भी कई महीने तक खाते में राशि नहीं आती। शिक्षक नेता बृजेंद्र सिंह ने बताया कि जब राज्यांश प्रेषित किया जाता है तो उसका ब्याज नियत तिथि से न देकर राशि के प्रेषण तिथि से दिया जाता है। इन समस्याओं से इस योजना का लाभ मिलना तो दूर बल्कि अत्यधिक आर्थिक क्षति वाली योजना साबित हो रही है। कई शिक्षक कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं। कुछ लोग नई पेंशन स्कीम से आच्छादित हैं। वे जब अपने लाभ को पुरानी पेंशन स्कीम से तुलना करते हैं तो नई पेशन स्कीम उन्हेंं घाटे की प्रतीत होती है। यही वजह है कि नई पेशन स्कीम को शिक्षक, कर्मचारी स्वीकार करने को तैयार नहीं है।


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