कुत्तों से खौफ में इस अस्पताल के कर्मचारी, पशुधन अधिकारी से जान बचाने की गुहार
डफरिन अस्पताल के कर्मचारियों को कुत्तों ने ऐसा दहशत में डाल रखा है कि उन्हें जान बचाने की गुहार लगानी पड़ गई। जिला महिला चिकित्सालय यानी डफरिन अस्पताल में आवारा कुत्तों से परेशानी बढ़ने पर पशुधन अधिकारी को पत्र भेजकर कहा गया कि कुत्तों को पकड़वाया जाए।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। आमतौर पर किसी बड़े अस्पताल में रोज सैकड़ों लोगों का आना जाना होता है। ऐसे अस्पताल में कर्मचारियों और मरीजों की सुरक्षा के लिये जिम्मेदारी बड़ी होनी चाहिए मगर प्रयागराज के एक अस्पताल के कर्मचारियों को कुत्तों ने ऐसा दहशत में डाल रखा है कि उन्हें जान बचाने की गुहार एक अधिकारी से लगानी पड़ गई। जिला महिला चिकित्सालय यानी डफरिन अस्पताल में आवारा कुत्तों से परेशानी बढ़ने पर पशुधन अधिकारी को पत्र भेजकर कहा गया है कि कुत्तों को टीम भेजकर पकड़वाए।
शहर के बीच में है यह महिला अस्पताल
डफरिन अस्पताल शहर के बीच है। इसका मुख्य गेट हर वक्त यानी दिन में 24 घंटे खुला रहता है और अंदर परिसर भी काफी विशाल है। इसमें डॉक्टर और कर्मचारियों के परिवार भी रहते हैं। प्रत्येक दिन सैकड़ों लोगों का आना जाना होता है। नवजात बच्चों के साथ महिलाएं भी वार्डों में भर्ती रहती हैं। ऐसे में आवारा घूमते रहने वाले कुत्ते सभी के लिये खतरा बने रहते हैं।
तीन लोगों को काट चुके हैं बेसहारा कुत्ते
डफरिन अस्पताल में कुत्तों ने शनिवार शाम एक कर्मचारी को दौड़ा कर काट लिया। ये कुत्ते पिछले हफ्ते दो अन्य लोगों को काट चुके हैं। इन कुत्तों का खौफ अब इस कदर बढ़ गया है कि कर्मचारी बाहर निकलने से घबराते हैं।
डफरिन अस्पताल के प्रबंधक भूपेंद्र सिंह कहते हैं कि कुत्तों को पकड़वाने के लिये विभाग को पत्र लिखा गया है। परेशानी ज्यादा बढ़ गई है और अब बेसहारा कुत्तों का कुछ इंतजाम किया जाना जरूर है ताकि कर्मचारियों के साथ ही डाक्टरों औऱ कर्मचारियों का भी बचाव हो सके।