पर्यटक से लूट के मामले में एसएसपी प्रयागराज पहुंचे घटनास्थल पर, टीम लगी गिरफ्तारी में
मंगलवार को एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी घटनास्थल पर पहुंचे और मौके का मुआयना किया। इस मामले में इंस्पेक्टर थरवई सहित क्राइम ब्रांच व अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि मामले का जल्द खुलासा हो। सीसी कैमरे से छानबीन संदिग्धों की गिरफ्तारी जल्द कर परिणाम सामने लाया जाय
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। तीन दिन पहले थरवई के भिदुयरा हाईवे पर एक पर्यटक से लूटपाट की गई थी। इस मामले में मंगलवार को एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी घटनास्थल पर पहुंचे और मौके का मुआयना किया। इस मामले में इंस्पेक्टर थरवई सहित क्राइम ब्रांच व अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि मामले का जल्द खुलासा हो। सीसी कैमरे से छानबीन, संदिग्धों की गिरफ्तारी जल्द कर परिणाम सामने लाया जाय। इस दौरान एसपी क्राइम, सीओ फूलपुर, गंगापार क्राइम ब्रांच भी मौजूद रहे। बता दें कोलकाता निवासी शशांक मजूमदार अपने साथी धीरज के साथ अलग-अलग बाइक से लद्दाख से बंगाल की ओर लौट रहे थे। शनिवार की शाम थरवई थाना के भिदुयरा हाईवे के पास जब वे पहुंचे तो एक बाइक पर सवार तीन युवकों ने शशांक को धक्का देकर गिरा दिया और बुलेट मोटरसाइकिल, बैग, मोबाइल व पैसा लेकर फरार हो गए। इसकी सूचना शशांक ने थरवई थाना में दिया। आनन फानन में वहां इंस्पेक्टर थरवई कुशल पाल सिंह मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना कर शशांक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद अधिकारियों का मौके पर आना जाना व संदिग्धों का उठाना जारी है। फिलहाल लुटेरे अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
महिला से छेडख़ानी का प्रयास, रात में तहरीर सुबह सुलह
बिहार की रहने वाली एक महिला के साथ झूंसी थाना क्षेत्र के एक गांव में सोमवार की दोपहर तब छेडख़ानी हुई जब उसका पति काम पर गया था। देर शाम काम से लौटे पति को जब माजरा पता चला तो उसने साथियों के साथ थाना पहुंचकर आरोपित के खिलाफ तहरीर दे दी। तहरीर पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित को पकड़ कर थाना लायी। सुबह आरोपित की तरफ से कई लोग पहुंचे और पीडि़ता को समझा बुझाकर शांत कराते हुए तहरीर वापस ले ली गयी। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्ष आपस में सुलह कर लिया, जिससे कार्रवाई नहीं की जा सकी।
झूंसी में हूटर लगे वाहनों की भरमार
जीटी रोड हो या गांव की मुख्य सड़क या फिर छोटे बाजार सभी स्थानों पर अवैध तरीके से वाहनों में लगे हूटर लोगों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं। न लालबत्ती न नीली बत्ती फिर भी हूटर बजाते सड़कों पर फर्राटे भरते इन वाहनों से लोग परेशान हैं। इसका कोई उपाय न तो स्थानीय पुलिस के पास है न ही यातायात विभाग की पुलिस के पास। गौरतलब है कि आवास विकास कालोनी व विघटित नगर निगम में कई ऐसे वाहन हैं, जिसमें पुलिस, राज्य विधिक अधिकारी व सत्ता पक्ष के लोगो लगे हैं। जब भी ये वाहन सड़क पर आते हैं बिना जरुरत हूटर बजाकर जनता पर रौब गांठते हैं।