CoronaVirus Effect : एसआरएन भी अब कोविड अस्पताल, खाली कराए गए वार्ड Prayagraj News
एसआरएन को भी कोविड अस्पताल बना दिया गया है। यहां कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए अभी तक 20 वेंटीलेटर चालू हालत में हैं जबकि 20 और वेेंटीलेटर जल्द ही अस्पताल में आ जाएंगे।
प्रयागराज,जेएनएन। स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल को भी कोविड-18 अस्पताल बना दिया गया है। यहां अब कोरोना के संदिग्ध या संक्रमित मरीजों को ही भर्ती किया जाएगा। 1100 बेड वाले अस्पताल को लगभग खाली करा लिया गया है। पहले से भर्ती मरीजों को या तो घर भेज दिया गया या दूसरे अस्पतालों मे शिफ्ट कर दिया गया है। सामान्य दिनों में हजारों की संख्या में मरीज व तीमारदार रहते थे लेकिन लेकिन अब इस अस्पताल में महज दो-चार लोग ही बचे हैं।
काेरोना मरीजों को छोडकर नहीं कोई ओपीडी नहीं चलेगी
दरअसल, कोविड अस्पताल का उद्देश्य है कि वहां सिर्फ और सिर्फ कोरोना के ही मरीजों को भर्ती किया जाए। कोटवा व बेली को पहले ही कोविड अस्पताल घोषित किया जा चुका है। इन दोनों अस्पतालों को पूरी तरह से खाली भी कराया जा चुका है। अब एसआरएन को भी कोविड अस्पताल बना दिया गया है। यहां कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए अभी तक 20 वेंटीलेटर चालू हालत में हैं जबकि 20 और वेेंटीलेटर जल्द ही अस्पताल में आ जाएंगे। अस्पताल के 18 वार्डों में कुल 1100 बेड की व्यवस्था है। पिछले दो दिनों में अस्पताल को खाली करा दिया गया। अब यहां कोरोना को छोड़कर कोई ओपीडी नहीं चलेगी। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह अस्पताल को खाली कराया गया है। मरीजों को किसी तरह की असुविधा न होने पाए, इसके लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया है।
चालू रहेगी इमरजेंसी सेवाएं
एसआरएन में सामान्य ओपीडी छोड़कर स्त्री रोग, हार्ट व कैंसर के मरीजों के लिए इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी। ऐसे मरीजों को तत्काल इलाज की आवश्यकता होती है, इसलिए इनके लिए इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी। अस्पताल परिसर में स्थित ट्रामा सेंटर भी चालू रहेगा। इसमें एक्सीडेंटल मरीजों को इलाज किया जाएगा। अस्पताल के पिछले छोर पर स्थित पीएमएसएसवाइ के नवनिर्मित भवन में सिर्फ कोरोना के मरीजों को ही भर्ती कराया जाएगा।
क्वारंटाइन के लिए बन रहे वार्ड
अस्पताल के कुल 18 वार्डों को खाली कराके सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है। इसमें कोरोना के मरीजों के इलाज के बाद डॉक्टर, नर्स व अन्य पैरामेडिकल स्टाफ को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा।