समेकित शिक्षा का प्रयागराज में विशेष प्रशिक्षण, बच्चों की समझ बढ़ाने के लिए अध्यापकों को दिए गए टिप्स
समेकित शिक्षा के तहत पहले दिन वाक् श्रवण दिव्यांग के स्पेशल एजुकेटर को प्रशिक्षण दिया गया। बताया गया कि वाक श्रवण दिव्यांग बच्चों को किस तरह से शिक्षा दी जाए। उन्हें यह भी बताया गया कि वह किस तरह से शिक्षित करने पर वह समाज की मुख्यधारा से जुड़ेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज मंडल के तीनों जिले प्रयागराज, फतेहपुर, कौशांबी और प्रतापगढ़ के समेकित शिक्षा के स्पेशल एजूकेटर का तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण राज्य शिक्षा संस्थान प्रयागराज एलनगंज में शुरू हुआ। इसकी शुरुआत प्राचार्य राज्य शिक्षा संस्थान आशुतोष दुबे ने की। मुख्य अतिथि रमेश कुमार तिवारी, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक रहे।
समेकित शिक्षा के तहत पहले दिन वाक् श्रवण दिव्यांग के स्पेशल एजुकेटर को प्रशिक्षण दिया गया। बताया गया कि वाक श्रवण दिव्यांग बच्चों को किस तरह से शिक्षा दी जाए। उन्हें यह भी बताया गया कि वह किस तरह से शिक्षित करने पर वह समाज की मुख्यधारा से जुड़ेंगे। सभी मास्टर ट्रेनरों ने बच्चों की समझ बढ़ाने के कई टिप्स दिए। कहा कि अध्यापकों को चाहिए कि वह बच्चों के मानसिक स्तर पर जाएं और उनके अनुरूप स्वयं ढलें फिर विषयवस्तु को रखने की कोशिश करें। बच्चों में विश्वास भी जगाने का प्रयास किया जाना चाहिए। बिना आत्मविश्वास के कोई भी आगे नहीं बढ़ सकता।
इस मौके पर सभी प्रतिभागियों को ट्रेनिंग किट स्टेशनरी प्रदान की गई तथा ट्रेनिंग मॉडयूल उपलब्ध कराया गया। यह किट विषय संबंधी ज्ञान को बढ़ाने वाली है। इसमें संकेतिक तरीके से भी अध्यापन करने वाली वस्तुएं शामिल हैं। मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक प्रयागराज मंडल रमेश कुमार तिवारी द्वारा सभी प्रशिक्षाॢथयों को अपने संबोधन के माध्यम से अवगत कराया गया कि प्रतिभागी प्रतिदिन समय से कक्षाओं में शामिल हों। प्रशिक्षण के माध्यम से वह अपने कौशल को बढ़ाएं। यह उनके स्वयं के हित में है। व्यावसायिक ज्ञान बढऩे के साथ ही सामाजिक दायित्व भी पूरा होगा।