मेले के मुख्य स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं की सुविधा को होंगे विशेष इंतजाम Prayagraj News
घाटों के पास मोबाइल टॉयलेट यूरिनल लगाए जा रहे हैैं। चेंजिंग रूम भी रखे जा रहे हैैं। श्रद्धालु स्नान करने के दौरान गहरे पानी में न जा सकें इसलिए डीप वाटर बेरिकेडिंग की जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेला-2020 में प्रमुख स्नान पर्वों पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैैं। मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि पर मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को आवासीय सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए मेला क्षेत्र में जगह-जगह विश्रामालय बनाए जा रहे हैैं, जहां आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी।
स्नानार्थियों के लिए आकर्षक होंगे स्नान घाट
माघ मेला में सबसे खास आकर्षण स्नान घाट होंगे। दरअसल, तंबुओं की नगरी में त्रिवेणी का महान स्नान ही मुख्य है, इसीलिए श्रद्धालुओं को पुण्य की डुबकी लगाने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए घाटों को विशेष रूप से बनाया जा रहा है। घाटों के पास ही मोबाइल टॉयलेट और मोबाइल यूरिनल लगाए जा रहे हैैं। चेंजिंग रूम भी रखे जा रहे हैैं। श्रद्धालु स्नान करने के दौरान गहरे पानी में न जा सकें, इसके लिए डीप वाटर बेरिकेडिंग लगाई गई है। लगभग पांच किमी के क्षेत्रफल में बनाए जा रहे स्नान घाटों के किनारे 260 वॉट की तीन हजार एलईडी लगा दी गई हैैं। इससे संगम के सरकुलेटिंग एरिया समेत विभिन्न घाट रात में दूधिया प्रकाश से जगमग होंगे। घाटों पर सादे कपड़े में पुलिस कर्मी, महिला पुलिस कर्मी, जल पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अद्र्धसैनिक बलों के जवान मुस्तैद रहेंगे।
खास बातें
- 05 स्नान पर्वों पर पॉर्किंग और पुलिस की होगी अतिरिक्त व्यवस्था
- 28 सौ रोडवेज की बसें मुख्य पर्वों पर संचालित की जाएंगी
- 225 स्पेशल ट्रेनें भी संचालित की जाएंगी मुख्य पर्वों पर
- 05 हजार पुलिस कर्मी और अद्र्धसैनिक बलों की हो रही तैनाती
मेला क्षेत्र में 150 स्थानों पर अलाव जलाए जाएंगे
मुख्य स्नान पर्वों पर ठंड से बचाव के लिए पूरे मेला क्षेत्र में 150 स्थानों पर अलाव जलाए जाएंगे। मुख्य स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं को संगम नगरी पहुंचाने के लिए 225 स्पेशल ट्रेनें और 28 सौ रोडवेज की बसें चलाई जाएंगी। पॉर्किंग स्थलों की संख्या भी प्रमुख स्नान पर्वों पर बढ़ा दी जाएगी।
बोले मेलाधिकारी
मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र ने बताया कि प्रमुख स्नान पर्वों पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैैं। मेला में इस बार लगभग पांच करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है।