कृषि बिल के खिलाफ जनजागरण यात्रा निकाल रहे सपा कार्यकर्ता Prayagraj News
मेजा में वरिष्ठ सपा नेता नरेंद्र सिंह द्वारा लगातार पांचवें दिन गांव की पगडंडियों से होकर गांव बाज़ारों में किसान यात्रा के माध्यम से कृषि क़ानून से किसानों पर पड़ने वाली चौतरफा मार से अवगत कराते हुए केंद्र सरकार से हठधर्मी छोड़कर तीनों बिल वापस लेने की मांग की गई।
प्रयागराज,जेएनएन। कृषि बिल के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने बिगुल फूंक दिया है। ग्रामीण इलाकों में जनजागरण यात्रा निकाली जा रही है। किसानों को बताया जा रहा है कि इन तीनों बिल से क्या-क्या नुकसान है। आरोप लगाया जा रहा है कि केंद्र सरकार सिर्फ पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से यह बिल लेकर आई है और जबरन किसानों पर इसे थोपने की कोशिश हो रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जााएगा। किसानों के हित की लड़ाई बढ़-चढ़कर लड़ी जाएगी। जब तक इस बिल को रद नहीं किया जाएगा सपा कार्यकर्ता हर मोर्चे पर संघर्ष करेंगे।
फर्जी मामलों में फंसाकर मनोबल तोड़ने की कोशिश : सत्यवीर
सोरांव विधान सभा क्षेत्र के ग्रामीणों व किसानों के बीच जन चेतना क्रांति का बिगुल फूंकते हुए पूर्व विधायक सत्यवीर मुन्ना ने कहा कि दिल्ली के सिंघु बार्डर पर केंद्र सरकार द्वारा काले कृषि कानून के विरोध मे धर्नारत किसानों के समर्थन में देश भर की बीस सियासी पार्टियों के सामूहिक समर्थन और प्रदर्शन से केंद्र सरकार बौखला गई है। किसानों के समर्थन में उतरे राजनीतिक दलों के नेताओं को फर्जी मुक़दमे मे फंसाकर उनका मनोबल तोड़ने का ताना बाना बुना जा रहा है, जो सफल नहीं हो पाएगा।
गांवों की पंगड़डियों तक पहुंच रहे कार्यकर्ता
मेजा में वरिष्ठ सपा नेता नरेंद्र सिंह द्वारा लगातार पांचवें दिन गांव की पगडंडियों से होकर गांव, कस्बों और बाज़ारों में किसान यात्रा के माध्यम से कृषि क़ानून से किसानों पर पड़ने वाली चौतरफा मार से अवगत कराते हुए केंद्र सरकार से हठधर्मी छोड़कर तीनों बिल वापस लेने की मांग की गई। इसी प्रकार शहर पश्चिमी के गोपालपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में किसानों के बीच पहुंचे समाजवादी पिछड़ा प्रकोष्ठ के निवर्तमान नगर अध्यक्ष अभिमंयु पटेल ने जनजागरण यात्रा के माध्यम से कृषि बिल से होने वाली परेशानी से लोगों को अवगत कराया। शहर पश्चिमी विधान सभा के निवर्तमान अध्यक्ष विक्रम पटेल ने क्षेत्र के एक दर्जन गांव में कृषि बिल के समाप्ति तक किसानों की जायज़ मांग तक किसान आंदोलन को लेकर बड़ा आंदोलन चलाने की बात कही।