'स्वच्छ भारत के लिए कूड़ा प्रबंधन आवश्यक'
जासं, इलाहाबाद : स्वच्छ भारत के लिए कूड़ा प्रबंधन आवश्यक है। इसके बिना स्वच्छ भारत का सपना प
जासं, इलाहाबाद : स्वच्छ भारत के लिए कूड़ा प्रबंधन आवश्यक है। इसके बिना स्वच्छ भारत का सपना पूरा नहीं हो सकता है। ये बातें उत्तर मध्य रेलवे के जीएम एमसी चौहान ने सेमिनार में कहीं। सूबेदारगंज स्थित एनसीआर के मुख्यालय में स्वच्छता पखवाड़े में 'आवासीय एवं स्टेशन परिक्षेत्र से सृजित म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट का प्रबंधन एवं भविष्य की योजना' विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कुल कूड़े में लगभग 50 फीसद ही कूड़ा रि-साइकिल योग्य है। इससे यह समझ आता है कि सॉलिड वेस्ट प्रबंधन में रि-साइकिलिंग की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि बायो डिग्रेडेबेल अरैर नॉन बायोडिग्रेडेबल दोनों प्रकार के कूड़े को अलग-अलग इकट्ठा करना चाहिए। मुख्य वक्ता एमएनएनआइटी के प्रोफेसर आरसी वैश्य ने कहा कि 2030 तक देश की लगभग आधी आबादी शहरी क्षेत्र में रहने लगेगी। इससे ठोस अपशिष्ट की समस्या और बढ़ जाएगी। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत अपशिष्ट से कूड़े की कंपोस्टिंग एवं बायो मिथनेशन किया जाना जरूरी है। साथ ही यह प्रयास किया जाना चाहिए कि कम-से-कम ठोस अपशिष्ट निकले।
स्वच्छता पखवाड़े के दौरान जनजागरूकता एवं लेवल क्रासिंगों पर संरक्षा जागरूकता के उद्देश्य से चलाई गई मोबाइल वीडियो वैन को जीएम एवं सभी प्रमुख विभागाध्यक्षों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वैन रेलवे क्रासिंगों, विद्यालयों, बाजारों, ग्रामसभाओं आदि में जाकर लोगों स्वच्छता के लिए जागरूक करेगी।