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Solar Eclipse 2021: 10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण आंशिक दिखेगा पर डालेगा प्रभाव, जानें- राशियाें पर ग्रहण का असर

Solar Eclipse 2021 ज्‍योतिषाचार्य आशुतोष वाष्‍णेय ने कहा कि भले ही यहां ग्रहण नहीं दिखेगा लेकिन उसका प्रभाव मानव जीवन पर पड़ेगा। उन्‍हाेंने विभिन्‍न राशियों पर ग्रहण के पड़ने वाले प्रभाव को इंगित किया। साथ ही इस दौरान क्‍या करें कि बिगड़े काम बन जाएं इसका उपाय भी बताया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 02 Jun 2021 10:00 AM (IST)Updated: Wed, 02 Jun 2021 10:14 AM (IST)
Solar Eclipse 2021: 10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण आंशिक दिखेगा पर डालेगा प्रभाव, जानें- राशियाें पर ग्रहण का असर
ज्‍योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्‍णेय ने कहा कि सूर्य ग्रहण का मानव जीवन पर अच्‍छा व बुरा प्रभाव पड़ेगा।

प्रयागराज, जेएनएन। वर्ष 2021 का दूसरा ग्रहण 10 जून को होगा। इस बार सूर्य ग्रहण होगा। हालांकि सूर्य ग्रहण का प्रभाव भारत में नहीं होगा। ग्रहण न दिखने के कारण यहां सूतक की बंदिश भी नहीं होगी। ग्रह नक्षत्रम् ज्योतिष शोध संस्थान प्रयागराज के निदेशक आशुतोष वार्ष्‍णेय बताते हैं कि सूर्य ग्रहण में चतुग्रहीय योग का प्रभाव रहेगा।

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ज्‍योतिषाचार्य आशुतोष वाष्‍णेय ने कहा कि भले ही यहां इस ग्रहण नहीं दिखेगा लेकिन उसका प्रभाव मानव जीवन पर जरूर पड़ेगा। उन्‍हाेंने विभिन्‍न राशियों पर ग्रहण के पड़ने वाले प्रभाव को इंगित किया। साथ ही इस दौरान क्‍या करें कि बिगड़े काम बन जाएं, इसका उपाय भी बताया है। इस खबर के माध्‍यम से आप भी इन गूढ़ता को जानें।

मन-मतिष्क पर पड़ेगा असर : ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्‍णेय

ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्‍णेय बताते हैं कि आकाश में उत्पन्न होने वाली प्रत्येक खगोलीय घटना का सीधा प्रभाव मानव मन-मस्तिष्क पर पड़ता है। गुरुवार 10 जून का सूर्य ग्रहण ज्येष्ठ अमावस्या पर पूर्वोत्तर भारत के केवल अरुणाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों तथा अखंड जम्मू-कश्मीर के कुछ क्षेत्रों में सूर्यास्त के समय स्वल्पग्रास के रूप में दिखाई पड़ेगा। अल्पग्रास के कारण यह ग्रहण सामान्यत: भारत में दिखेगा।

ज्‍योतिषाचार्य बोले कि वृष राशि में सूर्य, चंद्रमा, राहु व बुध ग्रह संचरण करेंगे

उन्‍होंने कहा कि जिस जगह पर ग्रहण नहीं दिखता, वहां सूतक की धार्मिक मान्यताएं नहीं होती। जेष्ठ कृष्णपक्ष की अमावस्या तिथि दोपहर 3.11 तक रहेगी, जबकि रोहिणी नक्षत्र दिन में 11.23 तक है। वृष राशि में सूर्य, चंद्रमा, राहु व बुध ग्रह संचरण करेंगे। जबकि कर्क राशि में नीच के मंगल रहेंगे, मिथुन राशि में शुक्र, कुंभ राशि में देव गुरु बृहस्पति, शनि देव अपनी स्वयं की मकर राशि में विद्यमान रहेंगे।

मानव जीवन में पड़ेगा अच्छा व बुरा प्रभाव

आशुतोष वार्ष्‍णेय के अनुसार सूर्य ग्रहण न दिखने के बावजूद लोगों के जीवन में अच्छा व बुरा प्रभाव डालेगा।

-मेष राशि में लाभ-हानि बराबर है।

-वृष राशि के लिए सावधनी अपेक्षित है।

-मिथुन राशि के लोगों को अनावश्यक वाद-विवाद व खर्च बढ़ेगा।

-कर्क राशि के लोगों को विविध प्रकार के लाभ मिलेंगे।

-सिंह राशि के लोगों के कार्यक्षेत्र में वृद्धि होगी।

-कन्या राशि के जातकों में लाभ व हानि का मिश्रित प्रभाव है। उन्हें संघर्ष के साथ सफलता मिलेगी।

-तुला राशि के लोगों का माननाश व कष्ट मिलेगा।

-वृश्चिक राशि के लोगों को कोई शुभ सूचना मिलेगी।

-धनु राशि वालों के रुके कार्यों में सफलता, धन लाभ होगा।

-मकर राशि के लोगों की चिंता बढ़ेगी।

-कुंभ राशि वालों को मानसिक पीड़ा, स्वास्थ्य कष्ट मिलेगा।

-मीन राशि के लोगों के पराक्रम में वृद्धि होगी।

दान से बनेंगे बिगड़े काम

-मेष : लाल मसूर की दाल, गुड़, ताम्बा, लाल वस्त्र का दान तथा मंगल के मंत्रों का जप करें।

-वृष : कपूर, सफेद चमकदार वस्त्र, चावल आदि का दान तथा शुक्र के मंत्रों का जप करें।

-मिथुन : हरी मूंग की दाल, हरी सब्जी का दान तथा गणपति और बुध के मंत्रों का जप करें।

-कर्क : दही, दूध, सफेद वस्त्र, चीनी, चांदी का दान तथा महामृत्युंजय और चंद्रमा के मंत्रों का जप करें।

-सिंह : गेंहू, सोना, लाल वस्त्र, सेब का दान करके आदित्य हृदय स्तोत्र एवं सूर्य के मंत्रों का जप करें।

-कन्या : कांसे का बर्तन, छोटी हरी इलायची का दान शुभ है। गणपति अथवा बुध के मंत्रों का जप करें।

-तुला : सुगंधित अगरबत्तियां, कपूर, इत्र का दान करें। लक्ष्मी और शुक्र के मंत्रों का जप करें।

-वृश्चिक : लाल वस्त्र, लाल चंदन आदि का दान तथा सुंदरकांड का पाठ करें।

-धनु : हल्दी, चने की दाल, केसर का दान तथा गुरु मंत्र का जप करें।

-मकर : काली उड़द की दाल, काला तिल आदि का दान करके शनि एवं भैरव मंत्रों का जप करें।

-कुंभ : काला वस्त्र, काले चने, सरसों का तेल का दान करें। शनि चालीसा, शिवाष्टक का पाठ करें।

-मीन : केला, अरहर की दाल, पीले वस्त्र आदि का दान करके गुरु मंत्रों का जप करें।


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