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एसओजी के हत्थे चढ़ा मध्य प्रदेश का इनामिया, तमंचा व कारतूस बरामद

कौशांबी में एसओजी ने मध्‍य प्रदेश के इनामिया बदमाश को पकड़ लिया। उसके पास से तमंचा, कारतूस के साथ 20 हजार रुपये नकद बरामद किया गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 06:46 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 06:46 PM (IST)
एसओजी के हत्थे चढ़ा मध्य प्रदेश का इनामिया, तमंचा व कारतूस बरामद
एसओजी के हत्थे चढ़ा मध्य प्रदेश का इनामिया, तमंचा व कारतूस बरामद

प्रयागराज : एसओजी टीम ने मध्य प्रदेश में वांछित चल रहे बैंक डकैती के एक शातिर को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अपराधी के पास से पुलिस ने तमंचा व कारतूसों के अलावा 20 हजार रुपये नकदी भी बरामद किया है। कौशांबी जनपद के सरायअकिल थाना क्षेत्र के नंदा का पुरवा गांव से गिरफ्तार करके एसओजी टीम उसे गोपनीय स्थान पर ले जाकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के आला अधिकारियों ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है।

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 मध्य प्रदेश के रीवा जनपद स्थित चोरहटा करहिया गांव में मध्यांचल बैंक की शाखा है। बीते 25 जुलाई को बैंक की शाखा में आधा दर्जन बदमाश घुसे और कर्मचारियों को असलहे के दम पर बंधक बनाते हुए 11 लाख रुपये लूट लिए। घटना को अंजाम देकर भाग रहे बदमाशों में एक साथी कुछ दूर पर हादसे का शिकार हो गया। उसे ग्रामीणों ने दबोच लिया तो बैंक डकैती की घटना कबूल की। पुलिस ने पकड़े गए आरोपित शत्रुघ्न पांडेय निवासी पाली चित्रकूट को हिरासत में लेकर जेल भेजा। जबकि घटना में शामिल सुनील मिश्र प्रतापपुर  

 लालापुर प्रयागराज और जिया खान निवासी दिया छेकवा सरायअकिल की तलाश कर रही है।

लगातार दबिश के बावजूद दोनों का पता नहीं चल सका तो रीवा के पुलिस अधिकारियों ने सुनील मिश्र पर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। वहीं मंगलवार की दोपहर मुखबिर की सूचना पर एसओजी टीम ने नंदा का पुरवा गांव में दबिश दी। इनामिया सुनील मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में सुनील ने बताया कि वह तीन दिनों से नंदा पुरवा इलाके में रिश्तेदार के यहां रह रहा था। वह प्रतापपुर गांव जाने के लिए नदी किनारे खड़ा था, वहां से उसे दबोचा गया। इनामिया की धर-पकड़ को लेकर पुलिस अफसरों ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है। माना जा रहा है कि किसी बड़ी घटना का राजफाश करने के फिराक में अफसरों ने इसे गोपनीय रखा हुआ है।

जिले के बैंक लूटकांड का हो सकता है राजफाश :

सैनी कोतवाली क्षेत्र के डोरमा स्थित बड़ौदा पूर्वी उप्र ग्रामीण बैंक में तीन अक्टूबर को बदमाशों ने 10 लाख रुपये कैश लूट लिया था। मामले में एसटीएफ समेत जिला स्तरीय पुलिस की तीन टीमों में बदमाशों की तलाश शुरू की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। यूपी के अलावा महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व झारखंड आदि प्रांतों में बैंक संबंधी लूट की वारदातों को अंजाम देने में शामिल होने वाले कौशांबी जिले के शातिरों की गतिविधियां खंगाली जा रही थी।

 इस बीच मंगलवार को सुनील मिश्र एसओजी के हत्थे चढ़ गया है। सुनील मिश्र व उसके गैंग में शामिल लोगों ने ज्यादातर लूट की वारदात को ही अंजाम दिया है। 24 अप्रैल को शहडोल के ततौंधा मूड़चोर घाटी में बैंक की कैशवैन से 20 लाख की लूट और तीन साल पहले छत्तीसगढ़ के रायपुर में निजी अस्पताल के कैशियर से लाखों रुपये लूट की वारदात को अंजाम देने में भी सुनील मिश्र व उसके गैंग के हाथ होने की बात सामने आई थी। रींवा में बैंक लूट की वारदात को जिस अंदाज में अंजाम दिया गया, उसी तरह सैनी के डोरमा स्थित बड़ौदा पूर्वी उप्र ग्रामीण बैंक भी घटना कारित की गई है। सुनील मिश्र की धर-पकड़ कर पुलिस तीन अक्टूबर को उसके लोकेशन को ट्रेस कर रही है। माना जा रहा है कि सबकुछ ठीक रहा तो सैनी इलाके के बैंक लूटकांड की वारदात का राजफाश हो सकता है।


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