प्रयागराज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के कई घरों में स्मार्ट मीटर खराब है, अंधेरे में रहने पर विवश हैं लाेग
गंगा और यमुना नदियों के बाढ़ के कारण शहर के निचले इलाके बघाड़ा और सलोरी में सैकड़ों घर जलमग्न हो गए थे। किनारे के मकान तो एक मंजिला तक डूब गए थे। इन सभी इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप थी। बघाड़ा और सलोरी में स्मार्ट मीटर खराब हुए।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में गंगा-यमुना के बाढ़ की वजह से लोग परेशान थे। दोनों नदियों का जलस्तर घटा लेकिन अभी बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोग परेशान हैं। एक ओर घरों में कीचड़, गंदगी की समस्या है तो दूसरी ओर कई जगह बिजली के मीटर भी खराब हो चुके हैं। इससे लोग अंधेरे में रहने पर विवश हैं। इसकी शिकायत बिजली विभाग के अधिकारियों से की गई है।
बिजली विभाग वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बघाड़ा और सलोरी में 70 से अधिक स्मार्ट मीटर खराब हो गए हैं। इससे लोग परेशान हैं। बिजली विभाग की टीम दो दिन से इन इलाकों का दौरा कर रही है और मीटर बदले जाने तक वैकल्पिक व्यवस्था से सप्लाई दी जा रही है। हालांकि अभी भी कई ऐसे लोग हैं जिनके घरों में बिजली का संकट बरकरार है। वे अधिकारियों से इसकी शिकायत कर रहे हैं।
बघाड़ा और सलोरी में बिजली समस्या
गंगा और यमुना नदियों के बाढ़ के कारण शहर के निचले इलाके बघाड़ा और सलोरी में सैकड़ों घर जलमग्न हो गए थे। किनारे के मकान तो एक मंजिला तक डूब गए थे। इन सभी इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई थी। बाढ़ का पानी कम हुआ तो आपूर्ति बहाल कराई गई। हालांकि बघाड़ा और सलोरी के 70 से अधिक मकान ऐसे थे, जिनके यहां आपूर्ति चालू नहीं हो सकी है।
इलेक्ट्रानिक मीटरों पर नहीं पड़ा असर
जिन घरों में इलेक्ट्रानिक मीटर लगे थे, वहां बाढ़ के पानी का कोई असर नहीं हुआ। पानी कम हुआ तो जब आपूॢत बहाल की गई तो ये सभी मीटर ठीक हालत में मिले। बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो स्मार्ट मीटर में चिप लगी होने की वजह से वे पानी पड़ते ही खराब हो जाते हैं, जबकि इलेक्ट्रानिक मीटर में ऐसा नहीं होता है, जिस वजह से वह सुरक्षित रहते हैं।
बोल बिजली अधिकारी
टैगोर टाउन के उपखंड अधिकारी विजय तिवारी कहते हैं कि बाढ़ की वजह से जो मकान एक मंजिला तक डूब गए थे, वहां स्मार्ट मीटर खराब होने की शिकायत मिली है। कर्मचारियों को लगाया गया है और एक-दो दिन में मीटरों को बदल दिया जाएगा।